सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, विभिन्न मीडिया ईकाइयों द्वारा आयोजित हिन्दी पखवाड़ा के समापन समारोह में पत्र सूचना कार्यालय, क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय, विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय, प्रकाशन विभाग तथा गीत एवं नाटक प्रभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि वीरेंद्र कुमार यादव ( सदस्य, हिंदी सलाहकार समिति, भारत सरकार) ने संबोधित करते हुए कहा कि हिंदी हमारी संस्कृति का हिस्सा होने के साथ-साथ हमारी समृद्धि का भी आधार है। उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी जरूरत है। अतः इसे शासन-प्रशासन, ज्ञान-विज्ञान, विधि तथा न्यायालय की भाषा बनानी होगी।
इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय (डीएफपी), पटना के निदेशक विजय कुमार ने कहा कि हिंदी को कार्यालय की भाषा बनाने की पूर्वापेक्षा यह है कि हम इसे दिनचर्या की भाषा बनाएं। पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), पटना के निदेशक दिनेश कुमार ने कहा कि तमाम चुनौतियों के बावजूद हिंदी के विकास को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राजभाषा में कामकाज को लेकर होने वाले सामान्य कठिनाइयों को यथाशीघ्र दूर करना भी जरूरी है। कार्यक्रम का संचालन श्री पवन कुमार सिन्हा, सूचना सहायक, पत्र सूचना कार्यालय, पटना तथा सभी प्रतियोगिताओं का संचालन श्री भुवन कुमार, सूचना सहायक, पत्र सूचना कार्यालय, पटना ने किया। इस अवसर पर गीत एवं नाटक प्रभाग के सहायक निदेशक, नित्यानंद झा, विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय (डीएवीपी) के प्रदर्शनी सहायक, मनीष कुमार समेत मंत्रालय के विभिन्न ईकाइयों के प्रतिनिधि मौजूद थे।