एक मुस्लिम द्वारा दो अनाथ हिंदू बच्चों की परवरिश करने पर दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल खोल कर तारीफ की है. यह खबर सोशल मीडिया पर छा गयी है और लाखों लोग मोहम्मद शहनवाज जहीर की प्रशंसा में कसीदे पढ़ रहे हैं.
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इतना ही नहीं हाई कोर्ट ने कमर्सियल पायलट मोहम्मद शाहनवाज जहीर को पियुष और प्रार्थना नामक इन दोनों अनाथ बच्चों का आधिकारिक अभिभावक भी स्वीकार कर लिया है.
शहनवाज जहीर ने इन दोनों बच्चों की परवरिश की है उनकी इस भूमिका से खुश अदालत ने कहा ऐसे समय में जब कोई किसी और की चिंता नहीं करता, शावहनवाज ने इन दो बच्चों की देखभाल की जिम्मेदारी निभा कर मिशाल कायम की है. हम उनके इस प्रयास को सलाम करते हैं.
मरने से पहले दोस्त ने लिया था वादा
टाइम्स ऑफ इंडिया के अभिमन्यु गर्ग की खबर के अनुसार इन दोनों जुडवां अनाथ बच्चों के पायलट पिता प्रवीण दयाल और मां की मौत 2012 में हो गयी. प्रवीण ने अपने मित्र शाहनवाज से अपनी मौत से पहले यह वचन ले लिया कि वह उनके बच्चों की परवरिश करेंगे.
इसके बाद शाहनवाज ने इन बच्चों की जिम्मेदारी ली. इस बीच उन्होंने अदालत को भी इसकी जानकारी दी. शाहनवाज ने कहा कि वह इस बात का पूरा ख्याल रखते हैं कि वे बच्चे हिंदू रीतियों के तहत परवरिश पायें और नियमित रूप सें मंदिर भी जायें.
अंतर्धामिक गार्डियनशिप का अपनी तरह का अदालत का यह अनोखा फैसला है जिसमें किसी दूसरे सम्प्रदाय के व्यक्ति को किसी बच्चे का अभिभावक स्वीकार किया गया है. इतना ही नहीं अदालत ने एक ट्रस्ट भी बनाने को कहा है.
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