24 नहीं, 1 घंटे में इस तकनीक से धराया पेपर लीक का मास्टर माइंड
बिहार कर्मचारी चयन आयोग (BSSC) के प्रश्न-पत्र लीक मामले का मास्टर माइंड 24 घंटे में नहीं, बल्कि एक घंटे पकड़ा गया। यह संभव हुआ नई तकनीक से।
बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की परीक्षा का प्रश्न-पत्र लीक करने वाला महज घंटे भर में पकड़ा गया। यह भी एक रिकॉर्ड है। दरअसल इस बार हर सेंटर के प्रश्नपत्र के लिए अलग-अलग कोड रखा गया था। जैसे ही प्रश्नपत्र लीक हुआ, तुरत यह पता चल गया कि किस सेंटर से प्रश्न पत्र लीक हुआ। मोतिहारी के शांति निकेतन जुबली स्कूल में बने सेंटर का पता चल गया, तो उसके बाद आर्थिक अपराध इकाई ( ईओयू) के अधिकारियों ने तुरत पता कर लिया कि उस समय सेंटर पर कितने मोबाइल एक्टिव थे। तब 70 मोबाइल एक्टिव थे। इनमें कर्मचारियों के मोबाइल नंबर अलग करने के बाद यह भी पता चल गया कि कमरा नंबर 42 के मोबाइल से लीक किया गया। इसके बाद मोबाइल नंबर का भी पता चल गया। मास्टर माइंड का नाम अजय कुमार भी पता चल गया। वह दारोगा का बेटा है। दारोगा बेतिया में पोस्टेड है। इस बीच अजय सुपौल के लिए निकल पड़ा था, जहां पहुंचते ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पेपर लीक के मास्टर माइंड अजय के भाई विजय को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अजय ने अपने भाई विजय को प्रश्न पत्र भेजा था। इधर, पटना में एडीजी (मुख्यालय) ने सोमवार को जानकारी दी कि BSSC पेपर लीककांड में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कमरा नंबर 42 में एक ही इनविजिलेटर थे। प्रश्नपत्र बांटने के बाद वे छात्रों की उपस्थिति बनाने में लग गए। इसी बीच अजय ने प्रश्न पत्र का फोटो खींच कर अपने भाई को भेज दिया। अजय ने प्रश्न पत्र मिलने के 20 मिनट बाद ही प्रश्न पत्र भेजा था।
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