30 हजार से ज्यादा बच्चों के पिता भैंसे को देखने पहुंचे तेजस्वी
30 हजार से ज्यादा बच्चों के पिता भैंसे को देखने पहुंचे तेजस्वी। इसकी कीमत 10 करोड़ रुपए है। बिहार के किसानों, पशुपालकों के लिए डिप्टी सीएम ने क्या दिया संदेश-
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पटना में बिहार डेयरी एंड कैटल एक्सपो 2023 की तीन दिवसीय प्रदर्शनी में एक खास भैंसे को देखने पहुंचे। इसे हरियाणा से मंगाया गया है। इसकी कीमत 10 करोड़ रुपए है। यह मुर्रा नस्ल का है। इस नस्ल की भैंस काफी दूध देती है। इसके 30 हजार से ज्यादा बच्चे हैं। तेजस्वी यादव ने भैंसे को देखने के बाद बिहार के पशुपालकों को सुझाव दिया कि गाय पालने के साथ भैंस भी पालें। यह कभी दूध की कमी नहीं होने देगी।
डिप्टी सीएम ने कहा कि पटना के वेटनरी कॉलेज परिसर में आयोजित किसान मेले में आकर्षण का केंद्र बने 10 करोड़ की कीमत तथा 30 हजार से ज्यादा बच्चों के पिता मुर्रा नस्ल के भैंसे से मिलने पहुँचा। मुर्रा नस्ल पालतू भैंस की एक नस्ल है, जो दूध उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। दूध में वसा उत्पादन के लिए मुर्रा सबसे अच्छी नस्ल है। इस नस्ल की भैंसों को ‘काला सोना’ कहा जाता है। अगर किसानों को दुग्ध उत्पादन में बेहतरीन कमाई करनी है तो वह गाय के साथ अच्छी नस्ल की एक-दो भैंस का पालन जरूर करें, इससे दूध में कभी कमी नहीं आएगी। हमारी सरकार विभिन्न लाभकारी योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु किसानों को पशुपालन, मुर्गीपालन एवं मत्स्य पालन व्यवसाय के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
मालूम हो कि इस नस्ल के भैंसे को पटना के पशुपालकों को दिखाने के लिए बुलाया गया है, ताकि यहां के पशुपालक भी अच्छी नस्ल की भैंस पालें और दूध उत्पादन बढ़ाए। हरियाणा से लाए गए मुर्रा नस्ल के भैसे के मालिक नरेंद्र सिंह हैं। उन्हें इसके लिए पद्मश्री का सम्मान मिल चुका है। इस भैंसे को गर्मी से बचाने के लिए एसी रूम में रखा जाता है।
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