नरेंद्र मोदी ने मुजफ्फरपुर में 36 मिनट भाषण दिया,6 महत्वपूर्ण मुद्दों को छुआ, इस दौरान कैमरा अमूमन ऊपर से भीड़ को नाच-नाच कर दिखाता रहा. भीड़ के प्रति मोदी में कोई उत्साह नहीं था.
भोजपुरी से शुरूआत की, लोगों को नमन किया. खुदी राम बोस के बलिदान को याद किया, मुजफ्फरपुर को जयप्रकाश से लेकर जार्ज फर्नांडिस की भूमि बताई.
1. बेरोजगारी
कहा कि मैंने पता किया कि 2012 में बिहार के 8 लाख लोगों ने खुद को बेरोजगार होने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया इनमें मात्र 2 हजार को नौकरी मिली. मोदी के ये तथ्य भ्रामक हैं. 2012 में तो सिर्फ शिक्षकों की भारी नियुक्ति हुई. इसके अलावा सरकार के अन्य महकमों में सैकड़ों की नियुक्ति हुई.
2. आतंकवाद
मोदी ने कहा कि बिहार की जनता ने मेरा स्वागत 27 अक्टूबर को भव्य तौर पर पटना के गांधी मैदान में किया. उस दिन राजनीतिक साजिश के तहत बम ब्लास्ट हुए . मासूम के खून से पटना लहूलुहान हुआ लेकिन लोगों ने उत्साह दिखाया.
3. नीतीश पर
नीतीश का नाम लिये बिना कहा कि राम विलास पासवान जी एनडीए से अलग हुए. पर इस दौरान मुझसे जब भी मिले, प्यार से मिले. हाथ मिलाया लेकिन कुछ लोग तो घर के अंदर प्यार से मिलते रहरे लेकिन सार्वजनिक रूप से हथ मिलाने में उनके पसीन छूट गये.
4. सेक्युलरिज्म
मोदी ने कहा कि सेक्युलरिज्म का उनका मतलब है धोखा, धर्म और मेरा मतलब है इंडिया फर्स्ट. विकास फर्स्ट. एनडीए से हमारा दो मतलब है- पहला नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस और दूसरा, नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस.
5. विकास
चम्पारण के किसान गन्ना उपजाते हैं लेकिन वहां की चीनी मिलें बंद हैं. गन्ना किसान परेशान हैं. देश की और रज्य की सरकार सोयी है. आप ऐसी सरकार को उखाड़ फेकिये. एनडीए ही विकास कर सकता है.
6. पिछड़ा कार्ड
मोदी ने खुल कर कहा कि भाजपा को लोग ब्रह्मण-बनिया की पार्टी बताते रहे लेकिन देखो भाजपा ने पिछड़ा को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बना दिया. बोले आने वाला दशक पिछड़ों, दलितों के विकास का दशक होगा.