अब अतिपिछड़ों का शक्ति प्रदर्शन, पहली बार कर्पूरी जयंती मैदान में होगी।
अब अतिपिछड़ों का शक्ति प्रदर्शन, पहली बार कर्पूरी जयंती मैदान में होगी। जदयू ने शुरू की बड़ी तैयारी। 24 जनवरी को वेटनरी ग्राउंड में दिखाएगा ताकत।
बिहार में 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। जदयू ने पिछले महीने दलितों की रैली की, जिसका नाम भीम संसद दिया गया था। अब 24 जनवरी को कर्पूरी जयंती के अवसर पर पार्टी ने लाखों अतिपिछड़ों को जुटाने का निर्णय लिया है। जयंती पहली बार किसी हॉल में करने के बाजय पार्ची ने वेटनरी ग्राउंड में करने का फैसला लिया है।
जदयू पार्टी मुख्यालय में जदयू अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यकारिणी एवं जिलाध्यक्षों की एकदिवसीय बैठक मंगलवार को हुई। प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी एवं पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर बैठक का शुभारंभ किया। इसकी अध्यक्षता अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 धर्मेंद्र चद्रवंशी एवं मंच का संचालन श्री शिवशंकर निषाद ने किया।
उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि राजनीतिक रूप से ये समय बेहद महत्वपूर्ण है। 2024 का लोकसभा चुनाव दस्तक दे रहा है। 2025 के विधानसभा चुनाव में भी अधिक दिन शेष नहीं। हमारे राज्य में जातीय गणना कराने और उसके आंकड़ों के अनुरूप आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 75 प्रतिशत करने जैसे ऐतिहासिक निर्णय हुए। हमारे नेता ने विभिन्न पिछड़ी जातियों को एक वर्ग के रूप में नई पहचान दी। लोकसभा में जदयू के 16 में से 5 सांसद अतिपिछड़ा समाज से हैं। अब बिहार में अतिपिछड़ा वर्ग को 25 प्रतिशत आरक्षण प्राप्त है। कहा कि 24 जनवरी को जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की 100 वीं जयंती के दिन आयोजित किए जाने वाले जननायक कर्पूरी चर्चा के समापन समारोह को भव्य से भव्यतम बनाने के लिए अभी से तैयारी में लग जाएं। इसका आयोजन वेटरनरी काॅलेज ग्राउंड में किया जाएगा।
समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने कहा कि भाजपामुक्त भारत बनाने के लिए हमें जागरूक और एकजुट होना होगा। जननायक कर्पूरी चर्चा पूरे बिहार के विधानसभा क्षेत्र में सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने कहा कि जाति व्यवस्था में भेदभाव, घृणा, असहिष्णुता, तिरस्कार और नफरत का भाव निहित है। उन्होंने कहा कि हम पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने प्रदेशभर में जननायक कर्पूरी चर्चा का कार्यक्रम को चलाया। कर्पूरी ठाकुर कहते थे कि वोट का राज यानी छोट का राज। हमारा बिहार समाजवादी आंदोलन का प्रयोगशाला रहा है। उन्होंने कहा कि श्री नीतीश कुमार ने न्याय के साथ विकास किया है। जब जातीय गणना का रिपोर्ट प्रकाशित होता है तब मा0 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि देश में चार जाति है। उन्होंने पूछा कि अगर देश में केवल युवा, किसान, गरीब और महिला की जाति है तो नरेंद्र मोदी खुद को अतिपिछड़ा जाति का क्यों बताते हैं? उन्होंने कहा कि 36 फीसदी अतिपिछड़ों को जात में बंटकर नहीं बल्कि जमात बनकर एकजुट रहना होगा।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से मौजूद विधानपरिषद के मुख्य सचेतक श्री संजय कुमार सिंह ‘‘गांधी जी’’, पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सह माननीय विधानपार्षद नीरज कुमार, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष भारती मेहता, पूर्व विधानपार्षद सह बेगूसराय जिलाध्यक्ष, रूदल राय, पप्पू निषाद, रवि ज्योति बिल्लू, अवधेश कुमार, आशीष पटेल, उपस्थित रहे।
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