राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आज चौंकानेवाला फैसला लिया। राजद के सभी सांसदों की बैठक में औरंगाबाद के सांसद अभय कुशवाहा को संसदीय दल का नेता चुना गया। इसका असर 2025 बिहार विधानसभा चुनाव पर पड़ना तय है।
राजद सांसदों की बैठक शुक्रवार को पटना में हुई, जिसमें लालू प्रसाद तथा तेजस्वी यादव की उपस्थिति में सर्वसम्मति से संसदीय दल का नेता अभय कुशवाहा को चुना गया। लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक जहानाबाद के सांसद सुरेंद्र यादव होंगे। राज्य सभा के मुख्य सचेतक फैयाज अहमद बनाए गए हैं।
अभी तक माना जा रहा था कि पाटलिपुत्र से जीतीं मीसा भारती लोकसभा में पार्टी का नेतृत्व करेंगी, लेकिन लालू प्रसाद तथा तेजस्वी यादव ने चौंकाने वाला फैसला लेते हुए अभय कुशवाहा को लोकसभा में पार्टी का नेता चुना है।
जाहिर है अभय कुशवाहा को लोकसभा में पार्टी का नेता चुनना 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव को ध्यान में रख कर लिया गया है। 2024 लोकसभा चुनाव में कुशवाहा समाज की भाजपा से वाराजगी साफ देखी गई। सीतामढ़ी के जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने हाल में कहा था कि कुशवाहा समाज ने उन्हें धोखा दिया है। भाजपा-जदयू से कुशवाहा समाज की नाराजगी को देखते हुए लालू प्रसाद तथा तेजस्वी यादव ने बड़ा दांव खेल दिया है। इसी के साथ उपेंद्र कुशवाहा की राजनीति भी संकट में फंस गई है।
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माना जा रहा है कि राजद अभय कुशवाहा को बिहार में अपने नए नेता के बतौर प्रोजेक्ट करेगा। तेजस्वी यादव पूरे चुनाव में मुकेश सहनी को साथ लेकर चुनाव प्रचार करते रहे। अब 2025 में तेजस्वी यादव, अभय कुशवाहा तथा मुकेश सहनी की तिकड़ी दिखेगी। राजद ने 2015 बिहार विधान सभा चुनाव के लिए बड़ी बिसात बिछा दी है। राजद का यह निर्णय भाजपा-जदयू को परेशान करने वाला है। देखना है ये दोनों दल राजद के इस दांव का किस तरह जवाब देते हैं।