एडवांटेज केयर का डायलॉग(Advantage Care dialogue) सीरीज रविवार 30 मई से शुरू होने जा रहा है। इसके 20 एपिसोड होंगे, जिसमें स्वास्थ्य और भूख पर चर्चा होगी।
डायलॉग डिजिटल प्लेटफॉर्म यू-ट्यूब एवं जूम पर होगा। पहले दिन दो सेशन में कार्यक्रम होना है। जिसका नाम सुपर संडे दिया गया है।
प्रथम सत्र में अंशु गुप्ता
Advantage Care के संस्थापक एवं सी.ई.ओ. खुर्शीद अहमद ने बताया कि इस डायलॉग का नाम ‘एडवांटेज केयरः मिशन हेल्थ सीरीज दिया‘ दिया गया है। इसका पहला सेशन 12 से एक बजे तक होगा, इसमें मुख्य वक्ता मैग्सेसे पुरस्कार विजेता और ‘गूंज‘ संस्था के संस्थापक अंशु गुप्ता होंगे।
डायलॉग का विषय, ‘स्वास्थ्य और भूख‘ है। श्री अहमद ने बताया कि कोई भी व्यक्ति देश-विदेश से इस संवाद से जुड़ सकता है। इसकी कोई एंट्री फीस नही है।
जूम पर होगा संवाद
संवाद ‘जूम‘ के माध्यम से आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन जानी मानी टीवी एंकर अफशां अंजुम करेंगी।
दूसरे सत्र में नामचीन डाक्टरों का पैनल
दूसरा सेशन चार से पांच बजे तक होगा, जिसमें डॉक्टरों का पैनल ‘हेल्थ मिशन‘ पर चर्चा करेगा। पैनल में डॉ. एए हई, प्रसिद्ध सर्जन एवं एच.ओ.डी., जेनरल सर्जरी (पारस एचएमआरआई हाॅस्पिटल, पटना,) डॉ. सुजीत झा, मुख्य निदेषक, एंडोक्रिनोलाॅजी एवं मधुमेह रोग विशेषज्ञ (मैक्स हॉस्पिटल, दिल्ली), डॉ. सत्यजीत सिंह, प्रबंध निदेषक, वरिश्ठ मूत्र रोग विशेषज्ञ (रूबन अस्पताल, पटना) और डॉ. आरिफ मुस्तकीम, हृदय रोग विशेषज्ञ (फॉर्टिस स्कॉर्टस अस्पताल, ओखला, दिल्ली) शामिल होंगे।
लाखों लोगों के लिए दाल-चावल ही ऑक्सीजन
मील का पत्थर बना था Advantage Dialogue, मिताली राज ने कहा कोरोना संकट ने दिये कई विकल्प
गुंज संस्था के अंशु गुप्ता ने इस संवाद के संबंध में बताया कि आज हम अपने परिवार व समाज के लोगों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के लिए दौड़ रहे हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि लाखों लोग के लिए दाल-चावल ही ऑक्सीजन है। कोरोना की दूसरी लहर ‘टॉप-अप‘ संकट है। पहली लहर की वजह से लाखों लोग गंभीर परेशानी में हैं। ऐसे में हमें ऑक्सीजन से आगे भी सोचना-देखना होगा। देश के लाखों लोगों में भूख की समस्या की ओर भी ध्यान आकर्षित करना होगा। पिछले साल खाना और राशन की कमी देखी जा सकती थी और यह प्रवासियों तक सीमित था। उस समय तक वो बड़े शहरों में थे। वहां हम उन्हें खाना मुहैया कराने की स्थिति में थे। लेकिन जैसे ही वो शहर से दूर गए, वो हमारे पहुंच से बाहर हो गए। उनके अदृश्य होते ही उनके जरूरतों को सरकार, एजेंसी और मीडिया के द्वारा नजरअंदाज कर दिया गया।
छह जून को बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा
खुर्शीद अहमद ने बताया कि छह जून को एडवांटेज केयर के डायलॉग सीरीज के तहत बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा होगी। कोविड की वजह से बच्चों का बचपन छीन सा गया है। ऐसे में इसके उपाय पर चर्चा होगी।
इस चर्चा में मुख्य रूप से एलएक्सएल आइडिया (बैंगलोर) के एमडी सैयद सुल्तान अहमद और शिक्षाविद प्रो. नफीस हैदर एवं बीट्स पीलानी के डीन प्रो. एन.वी.एम. राव अपनी राय रखेंगे। यह दिन के चार से पांच बजे के बीच होगा। एडवांटेज सपोर्ट के तहत एडवांटेज केयर की हुई है स्थापना गौरतलब है कि एडवांटेज केयर की स्थापना एडवांटेज सपोर्ट के अंतर्गत स्वास्थ्य संबंधी वर्तमान समस्या को देखते हुए इसी वर्ष किया गया है।
एडवांटेज सपोर्ट से जुड़ी हैं नामचीन हस्तियां
एडवांटेज ग्रुप ने सीएसआर (कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व) के लिए एडवांटेज सपोर्ट की स्थापना वर्ष 2007 में की थी। प्रसिद्ध सर्जन डॉ. ए.ए. हई एडवांटेज सपोर्ट के अध्यक्ष हैं। खुर्शीद अहमद एडवांटेज सपोर्ट के सचिव हैं। वहीं ट्रस्टी के रूप में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर सैयद सबा करीम, भारती भवन के प्रकाशक एवं वितरक संजीब बोस, शिक्षाविद प्रो. सैय्यद नफीस हैदर, वरिष्ठ पत्रकार संजयसलील, डॉ. रंजना कुमारी, चेयरपर्सन आॅफ वोमेन पावर कनेक्ट, शिक्षाविद सैयद सुल्तान अहमद, फैजान अहमद, डाॅ. परवेज अख्तर, रिटायर्ड डीआईजी, ओवियन चेलवेन, राजीव रंजन और चंद्रमणि सिंह शामिल हैं।
एडवांटेज ग्रूप को जानिये
एडवांटेज ग्रुप 29 साल पुरानी कंपनी है, जो पीआर, विज्ञापन, पब्लिक अफेयर, इवेंट्स, एक्टिवेशन आदि क्षेत्र में सक्रिय है। कोविड महामारी में एडवांटेज केयर ने काफी काम किया। कई लोगों को अस्पताल में बेड दिलवाए, ऑक्सीजन की व्यवस्था की। दो एंबुलेंस भी मुफ्त में शहरवासियों को उपलब्ध कराया है। यही नहीं, एडवांटेज केयर अस्पताल में भर्ती मरीज के 2500 परिजनों एवं जरूरतमंदों को खाना खिला चुके हैं और 10000 लोगों को खाना भी मुहैया करा रहा है।
एडवांटेज केयर लोगों को कोरोना टीकाकरण के लिए जागरूक बना रही है और टीकाकरण के इच्छुकों को वैक्सीन भी लगवा रही है। पिछले साल भी काफी सफल हुआ था एडवांटेज डायलॉग.
पिछले वर्ष 20 लाख लोगों तक पहुंचा था एडवांटेज डॉयलॉग
गौरतलब है कि पिछले साल भी एडवांटेज डायलॉग आयोजित किया गया था, जो काफी सफल रहा था। 1.66 लाख लोग इससे सीधे जुड़े थे, जबकि प्रिंट मीडिया, सोशल मीडिया, वेब पोर्टल और टीवी चैनल के माध्यम से 19.74 लाख लोगों तक यह डायलॉग पहुंचा था। 24 नामचीन वक्ता इसमें हिस्सा लिए थे। पिछले साल 24 एपिसोड हुआ था। इस डायलाॅग से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें