अपने नाम पर ट्रेन का नाम नमो ट्रेन रखा तो JDU ने कह दी बड़ी बात
अपने नाम पर ट्रेन का नाम नमो ट्रेन रखा तो JDU ने कह दी बड़ी बात। प्रधानमंत्री ने नमो ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। सोशल मीडिया पर कई ने कसा तंज।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक17 किलोमीटर का सफ़र तय करने वाली हाई स्पीड ट्रेन का हरी झंडी दिखा कर उद्घाटन किया। इस ट्रेन का नाम नमो ट्रेन रखा गया है। नमो नाम रखने पर जदयू ने तंज सकते हुए कहा कि पहले अपने नाम पर स्टेडियम, और अब ट्रेन किया अपने नाम पर। किसी दिन खुद को ही भारत रत्न दे सकते हैं नरेंद्र मोदी जी। सच तो ये है कि ‘आत्ममुग्ध नमो‘ अभियान चला रही है भाजपा।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी ट्रेन का नाम नमो ट्रेन रखने पर विरोध जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, भारत को भी क्यों रखा जाए? बस देश का नाम बदल कर नमो रख दो। पवन खेड़ा के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कांग्रेस सोशल मीडिया इंचार्ज जयराम रमेश ने कहा, नमो स्टेडियम के बाद अब नमो ट्रेन। उनकी आत्म-मुग्धता की कोई सीमा नहीं है।
सोशल मीडिया पर भी अनेक लोगों ने ट्रेन का नाम नमो ट्रेन रखने पर आपत्ति जताई है। संतोष गुप्ता ने लिखा- अरबों रुपए के सुरक्षा खर्च और तमाम तामझाम के साथ प्रधानमंत्री ने जिस ट्रेन का उद्घाटन किया है. उसका रुट केवल 17 किलोमीटर है… यानी कोई साईकिल से भी जाए तो आधे घंटे में पहुंच जाएगा एक ट्विटर यूजर परमेश्वर सिंह ने लिखा- ट्रेन भी ‘नमो भारत’ तो भारत को भी नमो भारत कर दीजीए। आप तो नाम बदलने में माहिर है।
उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमो ट्रेन का उद्घाटन करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें छोटे सपने देखने की आदत नहीं है। भाजपा समर्थक नमो नाम रखने को हिंदू धर्म का प्रतीक बता रहे हैं। यहां तक कि एक अखबार नवभारत टाइम्स ने भी भाजपा समर्थकों के सुर में सुर मिलाते हुए बताया कि नमो हिंदू मंत्रों में आने वाला शब्द है। इसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से संबंध नहीं है।
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