Arab World की भाजपाइयों को लताड़, खामयाजा भोग रही मोदी सरकार
Arab World की भाजपाइयों को लताड़ का खामयाजा मोदी सरकार को भोगना पड़ा रहा है.कतर, ओमान, सऊदी अरब, ईरान, कुवैत के बाद अब OIC भारत सरकार के पीछे पड़ गये हैं.
दर असल भाजपा के दो नेताओं नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वार पैगमबर हजरत मोहम्मद साहब के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी का शुरू हुआ विरोध अरब देश के लोगों तक पहुंचा. उसके बाद अरब वर्ल्ड के अनेक देशों ने पैगम्बर साहब की शान में गुस्ताखी किये जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करनी शुरू कर दी. इतना ही नहीं, कतर, ओमान समेत अनेक देशों की सरकार ने अपने देशों में मौजूद भारतीय राजनयिकों को बुला कर अपना विरोध दर्ज कराया.
मुस्लिम देशों की बॉयकॉट की धमकी, भारी विरोध से झुकी भाजपा
उधर इन दबाव से आजिज आ चुकी मोदी सरकार की तरफ से सफाई पेश की जाने लगी. उधर आनन फानन में भारतीय जनता पार्टी ने अपने दोनों नेताओं की बदतमीजी और पैगम्बर की शान में गुस्ताखी के बाद उन्हें पार्टी से मुअत्तल करने का ऐलान कर दिया.
भारतीय जनता पार्टी की हो रही इस अंतरराष्ट्रीय फजीहत के बाद उसने अफने संविधान के अनुच्छेद 10 ए का हवाला देते हुए कहा कि पार्टी हर धर्म और मजहब का सम्मान करती है. जबकि उसके दो नेताओं नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल ने जो टिप्पणी की है वह पार्टी लाइन के खिलाफ है. लिहाजा उन्हें पार्टी से निष्काषित किया जाता है.
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गौरतलब है कि अरब देशों के लोगों ने पहले ट्विटर पर भाजपा के साथ-साथ मोदी सरकार पर सख्त टिप्पणिया शरु कर दी. उधर उन देशों के सुपर स्टोर्स से भारतीय उत्पादों को हटाने की मुहिम शरू हो गयी. जिससे भारतीय कम्पनियों को करोड़ों के नुकसान की आशंका बढ़ गयी.
इधर आठ वर्ष में यह पहली बार हुआ कि मुसलमानों के खिलाफ नफरत भड़काने पर अपने नेताओं का समर्थन करने वाली भाजपा की बेचैनी इतनी बढ़ी की उसने अपने नेताओं को निकालने का ऐलान करना पड़ा.
हमारे देश के सम्मानित पीएम की कुऐत से लेकर दीगर खालीजी देशों में जो अपमान हो रहा है इसका जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ भाजपा के सिरफिरे नेता हैं। हमारा आग्रह है कि हमें भी वहां के उत्पाद का बायकाट करना चाहिए। pic.twitter.com/KIL3E2hK9R
— Irshadul Haque (@IrshadulHaque9) June 6, 2022
भाजपा को पहली बार एहसास हुआ कि उसकी नाक में नकेल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कसी जा रही है. दूसरी तरफ भारत के राजदूतों को बुला कर अरब देशों द्वारा घिड़की देने से मोदी सरकार भी तिलमिला उठी. उसके बाद केंद्र सरकार को सफाई पर सफाई देनी पड़ रही है. भारत के विदेश मंत्रालय ने जारी अपने बयान में कहा है कि दिल्ली सरकार हर धर्म के सम्मान की नीति पर चलती है.
लेकिन इस मामले में अंतरराष्ट्रीय समुदाय में गुस्सा कम होने के बजाय और बढ़ता चला गया. उधर पाकिस्तान के प्रधान मंत्री रहे इमरान खान ने ओआईसी पर दबाव बनाया कि उसे भारत की आलोचना करनी चाहिए. इसके बाद इस कड़ी में ताजा बयान ओआईसी ( OIC) Organization of Islamic Conference की तरफ से आया है. उसने कहा कि जिन दो नेताओं को पार्टी से निकालने की जो खानापूर्ति हुई है उससे काम नहीं चलेगा. उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्वाई होनी चाहिए. ओआईसी के इस बयान के बाद भारत सरकार ने जवाबी प्रतिक्रिया में कहा है कि हम ओआईसी के इस बयान को नकारते हैं. क्योंकि जिन लोगों को भारतीय जनता पार्टी से निकाला गया है उनके खिलाफ पहले से ही कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.