फौजियों की शहादत, परिजन बिलखते रहे, PM मनाते रहे जश्न
जम्मू कश्मीर में सेना के तीन अधिकारी शहीद हो गए। उनके परिजन बिलख रहे थे और प्रधानमंत्री दिल्ली में जश्न मनाते रहे। जदयू ने कहा प्रधानमंत्री को जश्न की लत लगी।
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से मुकाबला करते हुए सेना के तीन जवान सहित चार शहीद हो गए। घटना अनंतनाग में बुधवार की सुबह हुई। शहीद होनेवालों में कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक तथा जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट शामिल है। शहादत की खबर के बाद देश भर से लोग श्रद्धांजलि दे रहे थे, जबकि दिल्ली में भाजपा जश्न मनाती रही। जी20 की सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फूल बरसाए जाते रहे।
शहादत के वक्त जश्न मनाने पर सभी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की आलोचना की है।
राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि प्रधानमंत्री को जश्न का कार्यक्रम दो दिनों के लिए टाल देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि देश ने कल शाम भाजपा मुख्यालय में जश्न की तस्वीरें देखीं। लाल गुलाब से जश्न मनाया गया। क्या शहीदों के लिए एक दो दिन का इंतजार नहीं किया जा सकता था। उन्होंने कहा कि पुलवामा के समय कहा गया कि देर से पता चला लेकिन अनंतनाग के बारे में तो सुबह ही सबको जानकारी मिल गई। इसके बावजूद जश्न जारी रहा।
उधर जदयू ने शहादत के समय जश्न पर तीखी आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को जश्न की लत लग गई है। इस दुख की घड़ी में भी प्रधानमंत्री भाजपा मुख्यालय में अपना अभिनंदन करवा रहे थे।
कांग्रेस ने कहा कि आज पूरा देश गमगीन है। शहीदों के परिवार की चीखें सबका कलेजा चीर रही हैं। तब इस देश के असंवेदनशील प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश में प्रचार में व्यस्त हैं और अपने लिए वोट मांग रहे हैं। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री का वोट मांगते वीडियो भी शेयर किया है।
सोशल मीडिया में भी लगातार अनंतनाग ट्रेंड कर रहा है। लोग पूछ रहे हैं कि जवानों की शहादत पर भाजपा क्यों जश्न मनाती रही। आश्चर्य ये है कि भाजपा के बड़े नेताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट तक नहीं किया।