आशा बहनों की याद में श्रद्धाजलि सभा, महाराष्ट्र में हड़ताल
कोविड फ्रंटलाइन वारियर्स सैकड़ों आशा बहनों ने मानवता की सेवा करते हुए अपनी जान दी है। आज देशभर में उन्हें श्रद्धाजलि दी गई। 10 हजार मासिक भत्ते की मांग।
आज देशभर में कोविड महामारी से पीड़ित लोगों की सेवा करते हुए खुद अपनी जान देनेवाली सैकड़ों आशा बहनों की याद में श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की गईं।
ऑल इंडिया स्कीम वर्कर्स फेडरेशन की राष्ट्रीय संयोजिका व ऐक्टू राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शशि यादव ने बताया कि सरकारी अस्पतालों की कुव्यव्स्था के कारण अनेक आशा बहनों को अपनी जान गंवानी पड़ी। श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन सभी पीएचसी और सदर अस्पतालों में किया गया। इसमें बड़ी संख्या में आशा बहनों ने हिस्सा लिया।
शशि यादव ने सरकार से सभी आशा बहनों को कम से कम 10 हजार रुपए मासिक भत्ता देने की मांग की। उन्होंने आशा बहनों के लिए 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा करने की भी मांग की। आशाओं और फैसिलिटेटर के लिए क्रमशः 1000 व 500 रुपये मासिक देने की घोषणा हुई है जो आशा बहनों की सेवा का अपमान है। इतने पैसे से तो रिक्शा और ऑटो का खर्च भी पूरा नहीं होगा।
कार्यक्रम के कई फोटो शेयर करते हुए शशि यादव ने ट्वीट किया- अपनों की याद में हर मौत को गिनें, हर गम को बांटें अभियान के तहत आज देशभर में आशा कार्यकर्ताओं ने कोरोना के दौरान मौत की शिकार हुई आशा बहनों को याद कर श्रद्धांजलि दी।
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उधर महाराष्ट्र में आज से 65 हजार आशा बहनों ने भत्ते में वृद्धि के लिए अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू कर दी। उन्हें फिलहाल 1650 रुपए मिलते हैं, जबकि रोज सात से आठ घंटे काम करना पड़ता है। पिछले साल सरकार ने वादा किया था कि मासिक भत्ते में चार हजार रुपए की वृद्धि की जाएगी, पर वह वादा आज तक पूरा नहीं किया गया।
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