अतीक की हत्या के वक्त और आरोपितों को दी सुरक्षा का फर्क देखिए
PTI ने वीडियो जारी किया। अतीक की हत्या के आरोपितों की सुरक्षा में बड़ी संख्या में पुलिसवाले दौड़ रहे। इतनी मुस्तैदी अतीक की हत्या के वक्त के वीडियो में नहीं दिखती।
न्यूज एजेंसी PTI ने बुधवार को एक वीडियो जारी किया है, जिसमें दिख रहा है कि अतीक की हत्या के आरोपितों की सुरक्षा में बड़ी संख्या में पुलिसवाले दौड़ रहे हैं। सभी पुलिस वाले सशस्त्र हैं। सड़क को रस्से से घेरा गया है। पुलिस की सक्रियता स्पष्ट देखी जा सकती है। जब अतीक अहमद और अशरफ को मेडिकल जांच के लिए पुलिस ले जा रही थी, तब इतनी सक्रियता उस वक्त के वीडियो में नहीं दिखती, जबकि किसी भी अभियुक्त की रक्षा करना पुलिस की जिम्मेदारी होती है। अतीक की हत्या के आरोपितों को मिली पुलिस सुरक्षा का वीडियो-
VIDEO | CJM court in Prayagraj sends all three accused in Atiq-Ashraf killings to four-day police remand. pic.twitter.com/dT5teh7OuS
— Press Trust of India (@PTI_News) April 19, 2023
अतीक अहमद और अशरफ की पुलिस घेरे में हत्या हुई थी। तब मीडिया वाले बिल्कुल करीब थे। अतीक की हत्या के आरोपितों के निकट कोई भी नहीं पहुंच सकता था। तीनों को मीडिया से बात नहीं करने दी गई। जबकि अतीक के निकट मीडिया वाले थे। ये है अतीक की हत्या के वक्त का वीडियो-
The way #AtiqueAhmed & #AshrafAhmed were shot dead on live television shows how law and order has deteriorated in Uttar Pradesh. This is beyond ridiculous..a shame on the UP government. One expects murders to happen in Afghanistan or Somalia not in our beautiful India . pic.twitter.com/NRDR65fo60
— Tehseen Poonawalla Official 🇮🇳 (@tehseenp) April 15, 2023
इस बीच बुधवार को भी सोशल मीडिया पर अतीक की हत्या पर दो तरह के विचार देखे जा सकते हैं। जहां पांचजन्य ने लिखा कि विदेशी मीडिया को अतीक का अपराध नहीं दिख रहा, उससे सहानुभूति क्यों? वहीं दूसरी तरफ राज्य की जिम्मेदारी का सवाल उठाया जा रहा है। राज्य की जिम्मेदारी है कि वह किसी भी आरोपी को सुरक्षा दे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ठीक यही कहा था कि किसी भी आरोपी को सुरक्षा देना राज्य की जिम्मेदारी होती है।
फैक्ट चेकर मो. जुबैर ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें दावा किया गया है कि अतीक के हत्यारों ने जयश्रीराम का नारा नहीं लगाया।
अतिक अहमद की हत्या के बाद राइट विंग यूज़र्स ये दावा करने लगे कि हत्यारों ने गोली चलाने के बाद 'जय श्री राम' के नारे नहीं लगाए थे. ऑल्ट न्यूज़ ने घटना की कई फुटेज देखी और पाया कि हत्यारों ने नारे लगाए थे. पढ़िए #AltNewsFactCheck | @shinjineemjmdrhttps://t.co/F6q81NTtuu
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) April 18, 2023
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