करियर काउंसिलिंग के क्षेत्र में भारत के हिंदी भाषी क्षेत्र के चर्चित नाम ओवैस अम्बर को AICTE अध्यक्ष Prof. Anil D. Sahasrabudhe ने सम्मानित किया है.
ओवैस अम्बर ( Awais Ambar) रोजमाइन एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन हैं और उनके प्रयास से हजारों छात्रों को करियर चुनने में मदद मिली है.
इस प्रकार रोजमाइन एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के लिये यह दिन ऐतिहासिक बन गया. विवांता द्वारका नई दिल्ली में आयोजित Indian Education And Edtech Summit Conference Exhibition Awards ceremony में अवैस अम्बर को यह सम्मान दिया गया. उन्हें All India Council for Technical Education (AICTE) के चेयरमैन Dr. Anil Sahasrabudhe ने रोज़माइन एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन अवैस अंबर को बेस्ट सोशल एक्टिविस्ट ऑफ द ईयर (एजुकेशन इंडस्ट्री) 2022 अवार्ड से सम्मानित किया।
#AICTE के चेयरमैन Dr.Anil Sahasrabudhe ने इस अवसर पर कहा कि रोजमाइन एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ( (Rosemine Educational And Charitable Trust) ने टेक्निकल एजुकेशन को बढ़ावा दिया है, टेक्निकल क्षेत्र में कई ऐसे कोर्स हैं जिनको छोटे-छोटे गाँव-कस्बों के छात्र-छात्रा जानकारी के अभाव में नहीं कर पाते और बीए, बीएससी की तरफ चले जाते हैं, लेकिन रोजमाइन एजुकेशनल ट्रस्ट ने अपने 15 साल के बेमिसाल सफर में टेक्निकल प्रोग्राम को देश के आख़िरी घर तक पहुँचाने में जो मेहनत की है वो क़ाबिले तारीफ़ है। और इसका नतीजा ये है कि आज दस हजार से अधिक छात्र-छात्रा रोजमाइन ट्रस्ट के माध्यम से जीरो ट्यूशन फी पर अपनी पढ़ाई अपनें मन पसंद कोर्स में कर रहे हैं।
ये कार्यक्रम #Brand #Honchos और Edu Skills द्वारा आयोजित किया गया था जहाँ कई बड़ी यूनिवर्सिटीज़, कॉलेज और कई स्कूल शामिल हुए। The Tribhuvan School पटना को बेस्ट स्कूल इन बिहार के सम्मान से नवाजा गया जो पटना और बिहार के लिए गर्व की बात है।
सम्मान पाने के बाद ट्रस्ट के चेयरमैन ने इस अवार्ड को बिहार के मुख्यमंत्री माननीय नीतीश कुमार जी को समर्पित करते हुए कहा कि ये सम्मान मेरा नही बल्कि पूरे बिहार और ट्रस्ट के लिए काम कर रहे सभी कोऑर्डिनेटर/ एसोसिएट और टीम के सदस्यों का है।
Who’s Who of the Education industry नामक मैगज़ीन ने रोजमाइन ट्रस्ट के चेयरमैन श्री अवैस अंबर को सेंटर ऑफ द मैगज़ीन बनाया। ये बिहार और देश के लिए गौरव की बात है कि बिहार के एक बेटे को पहले भी देश के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम साहब और नेपाल की तत्कालीन राष्ट्रपति माननीय विद्या देवी भंडारी सम्मानित कर चुकी है। और आज रोजमाइन के इतिहास में एक खिताब और जुड़ गया क्योंकि All India Council for Technical Education / AICTE) भारत में नई तकनीकी संस्थाएं शुरू करने, नए पाठयक्रम शुरू करने और तकनीकी संस्थाओं में प्रवेश-क्षमता में फेरबदल करने हेतु अनुमोदन देती है।
यह ऐसी संस्थाओं के लिए मानदंड भी निर्धारित करती है। और AICTE के चेयरमैन साहब के हाथों सम्मान पाना काफी बड़ी बात है।
अवार्ड सीएम नीतीश कुमार को समर्पित
सम्मान पाने के बाद ट्रस्ट के चेयरमैन ने इस अवार्ड को बिहार के मुख्यमंत्री माननीय नीतीश कुमार जी को समर्पित करते हुए कहा कि ये सम्मान मेरा नही बल्कि पूरे बिहार और ट्रस्ट के लिए काम कर रहे सभी कोऑर्डिनेटर/ एसोसिएट और टीम के सदस्यों का है।
श्री अंबर ने कहा कि ये अवार्ड रोजमाइन के सम्मान को नही बल्कि पूरे बिहार के सम्मान को बढ़ाता है, सभी युवाओं के सम्मान को बढ़ाता है। छात्र-छात्राओं के बारे में बात करते हुए श्री अंबर ने कहा कि जिन बच्चों और अभिभावकों ने रोजमाइन ट्रस्ट पर विश्वास किया है उनका विश्वास हम टूटने नही देंगे उन्हीं के विश्वास और प्यार ने मुझे आज इस मंच तक पहुँचाया है।
बिना एंट्रेंस के भी बन सकते हैं इंजीनियर
मीडिया को संबोधित करते हुए श्री अंबर ने कहा की देश के ग्रॉस इनरोलमेंट रेशियो (GER) को बढ़ाने के लिए JEE MAINS और NEET जैसे exam के होने पर एकबार विचार होना चाहिए। डायरेक्ट एडमिशन के प्रवधान को आसान करनी चाहिए। 15% की इनरोलमेंट की व्यवस्था जो स्टेट यूनिवर्सिटी में है उसके बारे में छात्र-छात्राओं को जागरूक करनी चाहिए। बच्चों को इस बात से अवगत करानी चाहिए कि बिना किसी एंट्रेन्स एग्जाम के भी वे इंजीनयर बन सकते हैं और उनका दाखिला मात्र 50% के अंक पर कन्याकुमारी से कश्मीर तक के कॉलेजो में हो सकता है।
श्री अंबर ने कहा कि रोजमाइन ट्रस्ट जीरो ट्यूशन-फी पर 10000 छात्र-छात्राओं का दाखिला मात्र रहने और खाने और परीक्षा शुल्क के खर्च पर 2022 सेशन में करवाएगा। इक्षुक छात्र-छात्रा ट्रस्ट की वेबसाइट www.rosemine.in पर जाकर स्कॉलरशिप का रजिस्ट्रेशन फॉर्म भर सकते हैं।
मौके पर रोजमाइन ट्रस्ट के वाईस चेयरपर्सन रुबिया अंबर मौजूद थीं। मीडिया को संबोधित करते हुए रुबिया अंबर जी ने कहा कि देश के गौरव को बढ़ाने के लिए रोजमाइन ट्रस्ट लगातर 15 सालों से मेहनत कर रहा है। हम देश के आख़िरी घर तक इस प्रोग्राम को पहुँचाने के लिए काम कर रहे हैं और बहुत हद तक इसमे क़ामयाब भी हुए हैं, देश के जिम्मेदार लोगों को इस मुहिम से जुड़नी चाहिए और इसे आगे बढ़ाने में ट्रस्ट की मदद करनी चाहिए