बच्ची से रेप, मीडिया ने दबाया, राहुल ने बनाया राष्ट्रीय मुद्दा
दलित बच्ची से रेप मामले को नेशनल मीडिया ने दबा दिया, लेकिन आज राहुल गांधी पीड़ित परिवार से मिले। उनके घटनास्थल पहुंचते ही बना राष्ट्रीय मुद्दा।
दिल्ली में एक शवदाह गृह के पुजारी और अन्य लोगों ने नौ साल की दलित बच्ची के साथ रेप किया। आरोप है कि उसे जिंदा जला दिया। परिवार वाले पहुंचे, तो उन्हें बच्ची का सिर्फ पैर मिला। इतनी बर्बर घटना को देश के तथाकथित नेशनल मीडिया ने पूरी तरह दबा दिया। आज राहुल गांधी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने परिवार को भरोसा दिलाया कि वे उनके न्याय के संघर्ष के साथ हैं। राहुल के घटनास्थल पहुंचते ही यह रेप मामला सोशल मीडिया पर छा गया और अब यह राष्ट्रीय मुद्दा बन गया।
राहुल गांधी से पत्रकारों ने पूछा कि इस घटना के लिए कौन जिम्मेवार है, तो राहुल ने एक लाइन में जवाब दिया। कहा, मैं सिर्फ इतना जानता हूं कि मेरा काम इस परिवार की मदद करना है। बाद में राहुल ने ट्वीट किया-माता-पिता के आंसू सिर्फ़ एक बात कह रहे हैं- उनकी बेटी, देश की बेटी न्याय की हक़दार है। और इस न्याय के रास्ते पर मैं उनके साथ हूं।
बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा- दिल्ली में एक 9 वर्षीय मासूम बच्ची का बेरहमी से गैंगरेप कर उसे दरिंदों ने जला दिया। दिल्ली में कहीं आक्रोश नहीं क्योंकि बच्ची गरीब और दलित वर्ग से है। जातिवादियों को चाहे वो मीडिया से हो, शासन-प्रशासन से हो! क्या उन्हें ग़रीबों, पीड़ितों और दलितों का दुःख-दर्द महसूस नहीं होता?
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द क्विंट की पत्रकार स्मिता शर्मा ने कहा- बेशक सभी बेटियों को सुरक्षित जीने का अधिकार मिले…किसी भी बच्ची पर हमला करने वाले को सख़्त से सख़्त सजा मिले…लेकिन दलित की बेटी के लिए इंसाफ़ की राह कई गुना ज़्यादा मुश्किल है और कई बार नामुमकिन… caste atrocity is a reality, stop living in denia.
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