बंधक मजदूर हुए मुक्त, मां बोली, इंसान नहीं भगवान हैं पाठक जी
कर्नाटक में बंधक बनाए गए बिहारी मजदूरों में दो की मां ने कहा कि उनके बच्चों के साथ वहां अन्याय हुआ। पाठक जी की वजह से हमें न्याय मिला।
पाठक जी इंसान नही भगवान हैं।इनकी वजह से ही आज बेटे और पति को देख पा रही हूं। परदेश में इनके साथ हुए जुल्म का हिसाब हुआ है। सुरेंद्र यादव गिरफ्तार हुआ है। उक्त बातें कर्नाटक में फंसे दो मजदूरों की माँ ने दोषी को जेल भिजवाने के बाद कहीं। रीता देवी के दो बच्चे और पति को कर्नाटक में 15 अन्य मजदूरों के साथ बंधक बना लिया गया था।
सुरेंद्र यादव नामक कांट्रेक्टर लगभग 15 मजदूरों के साथ कर्नाटक में काम करने गया।जहाँ कांट्रेक्टर ने एडवांस पैसे लिए और मजदूरों को बंधक रख वापस घर आ गया।राजेश राम और लक्ष्मण प्रसाद सोनी ने प्रसाशन से शिकायत की पर मदद नही मिली।फिर इन्होंने दिग्गज समाजसेवी अजय प्रकाश पाठक से मदद माँगी।पाठक ने कर्नाटक ने बेलग्राम के एसपी से बात कर मजदूरों को मुक्त कराया और घर तक पहुँचाया।
लोकल प्रशासन एफआईआर तक नही लिख रहा था एक बार फिर अजय प्रकाश पाठक ने उच्च अधिकारियों से बात की जिसके बाद एफआईआर रजिस्टर हुआ।लोकल दबाव होने के बाद भी अजय प्रकाश पाठक ने मजदूरों का साथ दिया और उनकी कार्यकुशलता से ही आज सुरेंद्र यादव जेल चला गया।
इस बाबत जब अजय प्रकाश पाठक से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा पश्चिमि चंपारण मेरा जिला नही मेरा परिवार है और परिवार के लोगो को मैं कष्ट में नही देख सकता।ये मेरा फ़र्ज़ था और मैंने उसे निभाया है।
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