बंगाल के तीन दिग्गजों ने पद्म अवार्ड लेने से किया इनकार

बंगाल के तीन दिग्गजों ने पद्म अवार्ड लेने से किया इनकार

बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य सहित तीन लोगों ने पद्म अवार्ड लेने से किया इनकार। पूर्व CAG राजीव महर्षि को पद्म अवार्ड देने पर भी उठा सवाल।

बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य सहित तीन लोगों ने पद्म पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया है। एक प्रसिद्ध गायिका ने पद्मश्री देने पर अपना अपमान तक कह दिया।

पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने कहा कि पद्म भूषण की घोषणा करने से पहले किसी ने उनसे बात नहीं की। अगर बात की होती, तो वे पहले ही मना कर देते। अब मीडिया से जानकारी मिली। उनके पद्म पुरस्कार लेने से मना करने के बाद बंगाल की सुप्रसिद्ध गायिका संध्या मुखर्जी ने भी पद्मश्री लेने से इनकार कर दिया। 90 वर्षीया मुखर्जी को कई राष्ट्रीय पुरस्कार पहले ही मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि पद्मश्री का अवार्ड किसी जूनियर आर्टिस्ट को दिया जाना चाहिए। उन्हें इस पुरस्कार के लिए नामित किए जाने पर वे अपमानित महसूस कर रही हैं। बंगाल के प्रसिद्ध तबलावादक अनिंद्य चटर्जी ने भी अवार्ड लेने से मना कर दिया।

उधर, पूर्व CAG राजीव महर्षि को पद्मभूषण दिए जाने पर सवाल उठ गया है। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य जवाहर सिरकर ने पूर्व सीएजी महर्षि को अवार्ड दिए जाने पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट किया-क्या हमें पूर्व सीएजी राजीव महर्षि को बधाई देना चाहिए या उस आशंका पर विश्वास करना चाहिए कि उन्हें यह अवार्ड राफेल सौदे और नोटबंदी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट देने के कारण सम्मानित किया गया है? उनसे पहले पूर्व सीएजी विनोद राय को भी सम्मानित किया गया था, जिन्होंने यूपीए सरकार को गिराने में मदद की थी।

बंगाल से उठे इस विरोध ने केंद्र की मोदी सरकार की फजीहत करा दी है। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को पद्मविभूषण दिए जाने पर भी कई लोगों ने विरोध जताया है। पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने कहा-देश के लोगों की याददाश्त कमजोर है। लेकिन हमें नहीं भूलना चाहिए कि जब बाबरी मस्जिद ध्वस्त की गई, तब कल्याण सिंह मुख्यमंत्री थे। सुप्रीम कोर्ट ने इस कार्रवाई को आपराधिक कार्रवाई कहा था। कल्याण सिंह की भूमिका पर भी सवाल उठे थे। आज उन्हें दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिला है।

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