बंगाल में भाजपा का बुखार उतरते ही टीएमसी में आने को बेताब
टीएमसी छोड़ भाजपा में गई महिला नेता ने ममता बनर्जी को पत्र लिखा है कि जैसे पानी के बिना मछली जिंदा नहीं रह सकती, वैसे ही वे दीदी के बिना नहीं रह सकतीं।

बंगाल भाजपा में निराशा है। प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के आक्रामक प्रचार से कई लोगों को लग रहा था कि दीदी तो गई। अब दीदी पहले से अधिक ताकत के साथ सत्ता में वापस आ चुकी हैं, तो बंगाल में लगता है पूरा विमर्स उल्टा चलने लगा है। अब माना जा रहा है कि बंगाल की माटी में भाजपा का कमल कभी खिल नहीं सकता। भाजपा जयश्रीराम के नारे के साथ मैदान में थी, जबकि बंगाल देवी का उपासक रहा है। वहां हिंदू-मुस्लिम में दुराव पैदा करने की कोशिश भी नाकाम रही। भाजपा हिंदी पट्टी की संस्कृति में बढ़ी है, जबकि बंगाल की संस्कृति भिन्न है।
आज भाजपा की महिला नेता ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा कि जैसे पानी के बिना मछली जीवित नहीं रह सकती, उसी तरह वह दीदी के बिना नहीं रह सकतीं। ये महिला नेता है सोनाली गुहा। पहले ये टीएमसी में थीं और ममता बनर्जी के साथ छाए की तरह रहती थीं। चार बार टीएमसी की विधायक रह चुकी हैं।
या तो अस्पताल बंद कर दें या रामदेव को गिरफ्तार करें : आईएमए
पत्र में सोनाली गुहा ने लिखा कि वह भावना में बहकर भाजपा में चली गई थीं। उनसे भूल हुई। उन्हें जब यह जानकारी मिली कि उन्हें टिकट नहीं मिल रहा है, तो वे भाजपा में चली गई तीं। उन्होंने तब कहा था कि वे भाजपा की सेवा करना चाहती हैं। अब गुहा ने पत्र में लिखा है कि वह अपना शेष जीवन आपके सान्निध्य में बिताना चाहती हैं।
IMF की चेतावनी, भारत व पिछड़े देशों की चरमराएगी अर्थव्यवस्था
गुहा ने पत्रकारों के सामने स्वीकार किया कि भाजपा में जाकर उन्होंने गलती की। कहा, वह भाजपा की संस्कृति में पूरी तरह अनफिट हैं। उन्होंने कहा कि वे ममता के घर जाएंगी।