बंगाल में फेक वीडियो की बाढ़, गैंगरेप का आरोप फेक निकला
बंगाल में ममता को हराने में विफल विरोधी अब फेक वीडियो के जरिये तनाव पैदा करने में लगे हैं। भाजपा नेताओं का पोलिंग एजेंट के साथ गैंगरेप का आरोप भी फेक निकला।
प. बंगाल में फेक वीडियो की बाढ़ आ गई है। वीरभूम के पुलिस अधीक्षक नागेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि भाजपा का यह आरोप फेक है कि उनकी पार्टी की एक पोलिंग एजेंट के साथ गैंगरेप हुआ। उन्होंने कहा कि पुलिस उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी, जिन्होंने यह अफवाह उड़ाई। यह अफवाह तब उड़ाई गई, जब तृणमूल को चुनाव में जीत मिली। आश्चर्य तो यह है कि इंडिया टुडे ने भी इस फेक न्यूज को प्रचारित किया। इसके संपादक दीप हालदर ने ट्विट किया था। पुलिस ने उनके आरोप का खंडन किया है। बाद में संपादक ने ट्विट डिलीट कर दिया।
एएनआई की खबर के अनुसार वीरभूम के एसपी ने कहा कि विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद कल से सोशल मीडिया पर एक सूचना वायरल हो रही है, जिसमें कहा गया है कि दो महिलाओं के साथ रेप और कई महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई। उन्होंने कहा कि हमने उस गांव के लोगों और भाजपा समर्थकों से बात की, पर उन्होंने ऐसी किसी घटना से इनकार किया। मैं सबको बताना चाहता हूं कि वह खबर फेक है।
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मालूम हो कि एसपी नागेंद्र त्रिपाठी की नियुक्ति खुद चुनाव आयोग ने की थी। एसपी ने कहा कि हम पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस फेक न्यूज को सबसे पहले किसने प्रचारित किया। पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी।
सवाल यह है कि कल से भाजपा के बड़े नेता भी इस फेक न्यूज को विस्तारित करने में लगे थे। क्या उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
इस बीच आज ममता बनर्जी ने लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता कोविड से निपटना है। वे आज ही इसके लिए बैठक करेंगी। उनकी दूसरी प्राथमिकता राज्य में हो रही हिंसा को रोकना है। उन्होंने सभी दलों से शांति बनाए रखने की अपील की। कहा, कानून तोड़नेवालों के खिलाफ सख्ती होगी।
इधर, सोशल मीडिया पर सुबह से एक और वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग हथियार लहरा रहे हैं। इसे भी फेक बताया गया है।