भारत जोड़ो : 93 वर्षीया लीलावती को सुन भावुक हुए लोग
भारत जोड़ो यात्रा में अभिनेत्री रिया सेन शामिल हुईं, लेकिन 93 वर्षीया लीलावती का वीडियो वायरल। जो कहते हैं आजादी भीख में मिली, उन्हें दिया करारा जवाब।
#BharatJodoYatra में में मुनमुन सेन की बेटी रिया सेन भी गुरुवार को शामिल हुईं, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा 93 वर्ष की स्वतंत्रता सेनानी लीलाबाई चितले की है। उनका वीडियो वायरल है। इस वीडियो को देख-सुन कई लोग भावुक हुए। उन्होंने उन भक्तों को करारा जवाब दिया, जो कहते हैं कि देश की आजादी भीख में मिली या गांधी ने आजादी नहीं दिलाई। उनका वीडियो जरूर सुनें। यह उम्मीदों से भरपूर है-
93 वर्षीय लीलाबाई चितले से मुलाक़ात बेहद प्रेरणादायक रही। इन्होंने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया था और आज महाराष्ट्र के बालापुर के पास #BharatJodoYatra में शामिल हुईं। वह चाहती थीं कि यात्रा संविधान बचाने पर फोकस हो। उन्होंने हमारे साथ एक सुंदर संदेश साझा किया। pic.twitter.com/3nB35weTxg
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) November 17, 2022
लीलाबाई गुरुवार को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं। उन्होंने कहा कि 1942 में जब महात्मा गांधी ने करो या मरो का नारा दिया, तब वे सिर्फ 12 साल की थीं। वे और उनकी सहेली तिरंगा लेकर कॉलेज के गेट पर पहुंच गए। हमें पुलिस ने पकड़ लिया। हम छोटे थे, इसलिए शाम को हमें छोड़ दिया। लेकिन मेरे माता-पिता को तीन साल तक जेल में रखा। किसी कोर्ट के समने उन्हें पेश नहीं किया गया, फिर जेल में रखा। लीलाबाई ने भावुक होते हुए कहा कि कल वे नहीं रहेंगी, लेकिन सुकून से मर सकेंगी। वहां जा कर बताऊंगी कि ये लोग भारत जोड़ रहे हैं। भारत का संविधान बचाना जरूरी है। उन्होंने कांग्रेस नेता जयराम नरेश का हाथ पकड़ कर कहा कि मुझे संतोष है कि ये लोग संविधान की रक्षा में लगे हैं।
लीलावती ने कहा कि अमीर-गरीब, हिंदू-मुस्लिम सभी लोग गांधी जी के साथ खड़े रहे। अंग्रेजों के पास बहुत हथियार थे, लेकिन गांधी जी ने देश को जगाया और अंग्रेजों को देश छोड़ने पर बाध्य किया। जयराम नरेश ने लिखा-
भारत जोड़ो यात्रा की आज भी कई तस्वीरें खूब शेयर की जा रही हैं। इनमें एक महिला का फोटो भी है, जो अपने छोटे बच्चे को पीठ पर रखे लगातार पैदल चल रही है। महिला कश्मीर तक पदयात्रा करेगी।
मेधा पाटकर सहित जनसंगठनों के दर्जनों नेताओं से मिले राहुल