भारत जोड़ो यात्रा को अपार सफलता, तेजस्वी भी होंगे शामिल!
कांग्रेस के नेतृत्व में कन्याकुमारी से निकली भारत जोड़ो यात्रा को अपार सफलता मिल रही है। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी हो सकते हैं शामिल।
पिछले सात सिंतबर को कन्याकुमारी से निकली भारत जोड़ो यात्रा जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, इसमें शामिल होनेवालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सुबह की पदयात्रा में कम लोग रहते हैं करीब पांच-सात हजार, लेकिन शाम को पदयात्रा में शामिल होनेवालों की संख्या 25 से 50 हजार तक हो जा रही है। कई लोगों ने शामिल होनेवालों की तादाद लाख में बताई है। इधर पटना में राजद सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के नेतृत्व में निकली भारत जोड़ो यात्रा में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी शामिल हो सकते हैं। पार्टी के भीतर तेजस्वी के पदयात्रा में शामिल होने के स्थान पर और समय पर विचार चल रहा है।
भारत जोड़ो यात्रा के तीन घोषित लक्ष्य हैं। महंगाई, बेरोजगारी तथा आरएसएस द्वारा देश में नफरत की राजनीति के खिलाफ देश को एकजुट करना। अब तक भारत जोड़ो यात्रा में मुख्यतः कांग्रेस कार्यकर्ता ही शामिल हो रहे हैं। देश के नागरिक संगठनों के लोग भी शामिल हैं। इनमें स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव भी शामिल हैं। राजनीतिक दलों में अब तक केवल डीएमके के प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्तालिन यात्रा शुरू करते समय इसमें शामिल हुए थे। अब तेजस्वी यादव यात्रा में शामिल होंगे, तो वे अन्य दलों के दूसरे नेता तथा पदयात्रा करने वाले अनय दल के पहले नेता होंगे।
राजद शुरू से किसी तीसरे मोर्चे के खिलाफ रहा है। लालू प्रसाद से लेकर तेजस्वी यादव तक कह चुके हैं कि देश में भाजपा के विरुद्ध कोई भी मोर्चा बिना कांग्रेस को साथ लिये नहीं बन सकता।
इधर जब से बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी है, राजद नेताओं के यहां केंद्रीय एजेंसियों के छापे बढ़े हैं। खुद तेजस्वी यादव की जमानत रद्द करने की अपील सीबीआई ने कोर्ट में की है। कोर्ट ने तेजस्वी यादव को जवाब देने के लिए नोटिस भी जारी किया है। राजनीतिक-वैचारिक सहमति के अलावा राजद की फौरी जरूरत भी है कि वह केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई के खिलाफ राजनीतिक जवाब देे। तेजस्वी यादव अगर भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए, तो भाजपा को राजनीतिक रूप से राजद जवाब को बल मिलेगा।
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