भारत जोड़ो यात्रा में बीसियों हजार लोग चल रहे पैदल
कांग्रेस की उम्मीदों से कहीं बहुत अधिक बीसियों हजार लोग भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हो रहे हैं। मीडिया कांग्रेस पर, राहुल देश पर बोलते रहे।
भारत जोड़ो यात्रा में कल शाम की तरह आज भी बीसियों हजार लोग साथ-साथ पैदल चल रहे हैं। सड़कों पर लंबा जन सैलाब पैदल चल रहा है। राहुल गांधी ने शाम को प्रेस से बात की। सारा मीडिया घुमा-फिरा कर एक ही सवाल पूछता रहा कि पदयात्रा से कांग्रेस को फायदा होगा, क्या कांग्रेस की लोकसभा में सीटें बढ़ेंगी, आप कांग्रेस का अध्यक्ष बनेंगे आदि-आदि। मीडिया की कोशिश है कि भारत जोड़ो को कांग्रेस के भविष्य से जोड़ दिया जाए कि वह सत्ता चाहती है। भारत जोड़ो कका मकसद सत्ता पाना है। लेकिन राहुल गांधी ने बार-बार कहा कि देश में भाजपा और संघ ने जो नुकसान किया है, उसे पाटना चाहते हैं। दुर्भाग्य से कई लोग ऐसे हैं, जो संघ-भाजपा की नफरत की राजनीति से लड़ना नहीं चाहते। वे भाजपा के आगे सिर झुकाने को तैयार हैं। वे सोचते हैं, कहां देश के लिए पड़ना है। अपना सोचो। राहुल ने कहा कि लेकिन उनकी ऐसी ट्रेनिंग नहीं हुई है।
राहुल गांधी ने कहा कि आज लड़ाई दो दलों के बीच नहीं है। लड़ाई है सत्ता के संस्थानों और विपक्ष के बीच। मीडिया विपक्ष के साथ नहीं है, जबकि उसे सत्ता से सवाल करना चाहिए था। संसद में जनता की आवाज उठाने नहीं दी जाती। राज्यों को उसका अधिकार केंद्र नहीं दे रहा है। महंगाई से लोग परेशान हैं। बेरोजगारी से युवा परेशान हैं। और सत्ता देवल दो पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है।
मीडिया ने राहुल गांधी से कभी महंगाई, बेरोजगारी पर सवाल नहीं किया। राहुल गांधी ने कहा कि गलती आपकी नहीं है। आपके मालिक नहीं चाहते कि जनता के मुद्दों पर आपका चैनल सच दिखाए। प्रेस वार्ता में तमिल, हिंदी और अंग्रेजी में सवाल किए गए। एक बार हंसते हुए राहुल गांधी ने कहा कि लगता है तमिल सीखना ही होगा। इस पर सब लोग हंस पड़े।
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