बिहार कांग्रेस ने गुरुवार को राज्यभर में रोजगार दो या गद्दी छोड़ो प्रदर्शन किया। 45 डिग्री तापमान में भी कांग्रेस के सभी पुराने नेता सड़क पर उतर कर नारे लगाते दिखे। इनमें ऐसे नेता भी शामिल थे, जो कभी सड़क पर प्रदर्शन करने के लिए नहीं जाने जाते।
पटना में हरियाणा कांग्रेस के नेता और सांसद दीपेंद्र सिंह हुडा, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम, विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया। मोतीहारी में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने रोजगार दो या गद्दी छोड़ो प्रदर्शन का नेतृत्व किया। सुपौल से सासाराम तथा दरभंगा से औरंगाबाद तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भीषण गर्मी के बावजूद सड़क पर उतर कर भाजपा-नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
कांग्रेस की इस सक्रियता को राहुल गांधी से जोड़ कर देखा जा रहा है। वे 2025 में अब तक पटना में तीन बार साथ ही दरभंगा, बेगूसराय, राजगीर और गया में विभिन्न कार्यक्रमों को संबोधित कर चुके हैं।
कांग्रेस का जोर सामाजिक न्याय के मुद्दों के साथ ही महिलाओं और युवाओं पर है। युवा कांग्रेस तथा एनएसयूआई ने पिछले दिनों चंपारण से पटना तक रोजगार और पलायन के सवाल पर पदयात्रा किया था। आज का कार्यक्रम उसी की कड़ी के रूप में देखा जा रहा है। कांग्रेस लगातार महिलाओं के बीच माई बहिन योजना का प्रचार भी कर रही है। इसके लिए नीचे पंचायतों तक सभा-मीटिंग की जा रही है, जिसमें महिला कांग्रेस के नेता लगी हैं।
जानकारी मिली है कि कांग्रेस एक बार फिर से दलित छात्रों से संपर्क के लिए आंबेडकर छात्रावासों में सभा-बैठक करेगी। हाल में इन वर्गों के छात्रों के लिए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है। उसी पत्र के आलोक में पिछड़े तथा दलित छात्रों से संपर्क के लिए कांग्रेस योजना बना रही है।