बिहार के इतिहास में पहली बार विस में घुसी पुलिस, विधायकों को पीटा
जहां लोकतंत्र का जन्म हुआ, आज वही बिहार शर्मसार हुआ। पहली बार विधानसभा में पुलिस घुसी, विधायकों को सरेआम पीटा गया। बुजुर्ग विधायकों की उम्र का भी ख्याल नहीं किया।
कुमार अनिल
आज बिहार में गजब हो गया। पटना की सड़कों पर रोजगार मांग रहे युवाओं पर लाठी चार्ज हुआ, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर पत्थर फेंके गए, उधर बिहार के इतिहास में पहली बार पुलिस ने विधानसभा परिसर में घुसकर विधायकों को बुरी तरह पीटा।
लोकतंत्र-पसंद अवाम को हिला देनेवाली इस घटना की गूंज कल देश की संसद में भी सुनाई पड़ेगी। राजद के राज्यसभा सदस्य मनोज झा ने कल संसद में इस मामले को उठाने के लिए नोटिस भेज दिया है। जदयू-भाजपा को छोड़कर सारे दलों ने घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है।
RJD नेताओं पर पुलिस का जुल्म, तेज-तेजस्वी हिरासत में
तेजस्वी यादव ने वीडियो ट्विट करते हुए बताया कि वीडियो में नीली शर्ट पहने व्यक्ति पटना का डीएम है, जो माननीय विधायक को धक्का दे रहा है। दो माननीय विधायकों को घसीटा जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारी जूते से विधायक को लात मार रहा है। तेजस्वी ने लिखा-लोहिया जयंती पर नीतीश कुमार यह कुकर्म करवा रहे हैं। सड़क से सदन तक सुरक्षित नहीं है।
जब सत्ता भीतर से डरी हो, तो दमन का सहारा लेती है
अनेक लोगों ने उस वीडियो को भी शेयर किया है, जिसमें कुछ पुलिसवाले एक विधायक को घसीट रहे हैं और एक पुलिसवाला विधायक को लात मार रहा है।
सोशल मीडिया पर देखते-देखते नीतीश कुमार शर्म करो हैशटैग चलने लगा। मालूम हो कि विधानसभा में बिहार सशस्त्र पुलिस विधेयक का विरोध हो रहा था। इसी दरम्यान पुलिस विधानसभा में घुस गई और विधायकों को साथ मारपीट की गई।
बिहार के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। देश के इतिहास में भी शायद पहली बार इस तरह विधानसभा परिसर में घुसकर माननीय विधायकों को पीटा गया। पुलिस ने बुजुर्ग विधायकों को भी नहीं छोड़ा।