बिहार के वरिष्ठ IPS ने बताया क्यों बृजभूषण का मनोबल बढ़ा
महिला पहलवानों का यौन शोषण करने के आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर कानूनी कार्रवाई में देरी, पुलिस की भूमिका पर IPS अधिकारी ने उठाए सवाल।
बिहार के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और ADGP अनिल किशोर यादव ने महिला पहलवानों का यौन शोषण करने के आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर कानूनी कार्रवाई में देरी, पुलिस की भूमिका पर पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बताया कि क्यों यौन शोषण के आरोपी सांसद बृजभूषण का मनोबल बढ़ा हुआ है और पीड़ित महिला पहलवानों को मुश्किल परिस्थितियों में संघर्ष करना पड़ रहा है।
अपनी बेबाक राय जाहिर करने वाले ADGP अनिल किशोर यादव ने ट्वीट करके कहा कि
अंधे जहान के अंधे हैं रास्ते, जाएं तो जाएं कहां
घोर विडंबना है कि सुप्रीम कोर्ट में जाने के बाद ही FIR होने से ही संतुष्ट होकर माननीय सुप्रीम कोर्ट ने पल्ला झाड़ लिया था।तुरंत FIR दर्ज करने की कानूनी बाध्यता के बावजूद case दबाने की दोषी पुलिस के खिलाफ IPC की धारा- 166A(c) के तहत FIR दर्ज करने का आदेश माननीय SC द्वारा नहीं दिया गया। इससे वादी पक्ष का मनोबल टूटता है और आरोपी को नाजायज़ मदद मिलती है। जय हिन्द।
1996 बैच के आईपीएस अधिकारी ने अपने ट्वीट में उन्होंने बेहद जरूरी पक्ष उठाया है और हमारी न्याय व्यवस्था की कमजोरी को सामने लाया है। सचमुच सुप्रीम कोर्ट ने अगर पुलिस की ढिलाई या पक्षपातपूर्ण रवैये पर कड़ा रुख अपनाते हुए पुलिस पर केस करने का आदेश दिया होता, तो शायद पीड़ित पक्ष के साथ न्याय मिलने में इतनी देरी न होती और आरोपी का मनोबल नहीं बढ़ता।
हाल यह है कि आरोपी ही रोज-रोज पीड़ितों पर दबाव बना रहा है। बृजभूषण ने अयोध्या में साधुओं के साथ फोटो खिचवाया और पांच जून को रैली करने की घोषणा की। साधुओं ने बृजभूषण को निर्दोष बताया। इस पर भी आईपीएस अधिकारी अनिल किशोर यादव ने तंज कसा-संत-संत मौसेरे भाई।
भले ही कानून अभी तक भाजपा सांसद को गिरफ्तार नहीं कर पाया है, लेकिन महिला पहलवानों का समर्थन बढ़ता जा रहा है। 1983 क्रिकेट विश्व कप जीतने वाले सभी खिलाड़ियों ने एक साथ महिला पहलवानों का समर्थन किया है।
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