बिहार को 7 करोड़, यूपी को 1988 करोड़, आगबबूला हुए तेजस्वी
केंद्र की मोदी सरकार ने शहरी निकायों के विकास के लिए बिहार को 7.35 करोड़ दिए, जबकि यूपी को 1988 करोड़। तेजस्वी यादव भाजपा सांसदों-मंत्रियों पर आगबबूला।
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है। कहा, कि भाजपा और मोदी सरकार पिछले आठ सालों से बिहार के साथ अन्याय कर रही है। इसका जीता-जागता उदाहरण है कि केंद्र सरकार ने शहरी निकायों के विकास के लिए बिहार को 7.35 करोड़ रुपए दिए, जबकि भाजपा शासित यूपी को 1988 करोड़ रुपए दिए गए।
केंद्र ने शहरी स्थानीय निकायों के लिए बिहार को सिर्फ 7 करोड़ 35 लाख रुपए दिए। बिहार के 38 जिलों का मुख्यालय शहरी ही है। भाजपा के नाकाबिल नेता,मंत्री और सांसद बतायेंगे कि इस राशि से कितना विकास होगा?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 5, 2022
स्पष्ट है केंद्र की BJP सरकार 8 वर्षों से बिहार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। pic.twitter.com/4W0WB7sI2g
तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार न सिर्फ बिहार बल्कि हर गैर भाजपा शासित राज्य के विकास को अवरुद्ध करना चाहती है। इस मद में बंगाल को भी बिहार के बराबर ही 7.35 करोड़ रुपए दिए गए। झारखंड को 12 करोड़ रुपए दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश को बिहार-बंगाल से कई गुना ज्यादा राशि दी गई है।
तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया-केंद्र ने शहरी स्थानीय निकायों के लिए बिहार को सिर्फ 7 करोड़ 35 लाख रुपए दिए। बिहार के 38 जिलों का मुख्यालय शहरी ही है। भाजपा के नाकाबिल नेता,मंत्री और सांसद बतायेंगे कि इस राशि से कितना विकास होगा? स्पष्ट है केंद्र की BJP सरकार 8 वर्षों से बिहार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।
मनरेगा मद में बिहार का ढाई हजार करोड़ रुपए केंद्र की मोदी सरकार ने दबा कर रखा है। यह पैसा गरीबों का पैसा है, जिसे केंद्र सरकार नहीं दे रही है। हाल में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि केंद्र से मिलने में विलंब होने का मामला भी उठाया था। उन्होंने कहा कि मनरेगा मद में लगभग ढाई हजार करोड़ रुपये केंद्र सरकार के पास बाकी हैं, हमलोग लगातार अनुरोध करते रहते हैं। द्वितीय एवं तृतीय किश्त बाकी है।
दो बार विधायक रहे पूर्वी चंपारण के सहदेव पासवान जदयू में शामिल