मंसूरी समाज को टिकट नही मिला तो बिहार में निर्दलीय लड़ेंगे 12 उम्मीदवार
बिहार के मंसूरी समाज ने राजनीतिक प्रतिनिधित्व को लेकर बिहार की राजनीतिक दलों पर जमकर हमला बोला है.
जमीअतुल मंसूर के राष्ट्रीय अध्यक्ष जावेद इकबाल मंसूरी ने आरोप लगाया कि बिहार के तमाम राजनीतिक दलों पर उपेक्षा का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्य में मंसूरी समाज की दशकों से उपेक्षा हो रही है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बिहार विधान सभा चुनाव 2020 में भी मंसूरी समाज को उनका हक़ नहीं दिया गया तब समाज की और से 12 उम्मीदवार निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
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जमीअतुल मंसूर के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यमंत्री जावेद इकबाल मंसूरी ने सभी राजनैतिक पार्टियों को चेतावनी देकर कहा कि मंसूरी समाज को सिर्फ वोट बैंक समझा जाता है और उन्हें बिहार में कभी भी आबादी के अनुपात में राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। अब इस समाज ने ठान लिया है कि जो पार्टी मंसूरी समाज को उचित प्रतिनिधित्व नहीं देगी उनका समर्थन नहीं किया जायेगा।
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जावेद मंसूरी ने आगे कहा कि अगर बिहार की मुख्य राजनीतिक पार्टियां मंसूरी समाज के लोगो को टिकट नही देती तो मंसूरी समाज से आने वाले बिहार चुनाव में 12 निर्दलीय उम्मीदवार उतारेगी।
पूर्व राज्यमंत्री जावेद इकबाल मंसूरी ने पटना के एक होटल में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर मंसूरी समाज के लोगों की मांगो को मीडिया के सामने रखा. इस संवाददाता सम्मलेन में बड़ी संख्या में मंसूरी समाज के लोग उपस्थित रहे.
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जावेद मंसूरी ने आगे कहा कि मंसूरी समाज राजनीतिक, सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछड़ेपन का शिकार रहा है। हमें अपने अधिकार के लिए एकजुट होकर आवाज उठानी पड़ेगी। तभी मंसूरी समाज तरक्की की ओर बढ़ेगा।