बिहार से घबराई भाजपा, PM मोदी और CM नीतीश में ठन गई
कई लोगों को आश्चर्य है कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की महाठबंधन सरकार पर हमला क्यों बोला? क्या भाजपा बिहार मॉडल से घबरा गई है?
अप्रत्याशित रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की महागठबंधन सरकार और गैरभाजपा दलों की एकता पर हमला किया। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी जवाबी हमला किया। कई लोगों को आश्चर्य है कि आखिर प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में गैरभाजपा दलों की एकता पर अचानक हमला क्यों बोला? क्या भाजपा बिहार में गैरभाजपा दलों की एकता से घबरा गई है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जबसे उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम छेड़ी है, उसके बाद नए राजनीतिक समीकरण और गोलबंदी देखने में आ रही है। देश के लोगों को ऐसे राजनीतिक ध्रुवीकरण से सावधान रहना चाहिए। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार का नाम नहीं लिया, पर साफ है कि वे बिहार में महागठबंधन सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संभावित राष्ट्रीय पहलकदमियों के खिलाफ ही बोल रहे थे। सवाल उठ रहा है कि अभी तो नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय राजनीति में ठीक से कदम भी नहीं रखा है, लेकिन भाजपा इतनी परेशान क्यों है? क्या बिहार में सभी गैरभाजपा दलों की एकता का मॉडल से वह परेशान है? इसी तर्ज पर देशभर में एकता बनी, तो स्वाभाविक है भाजपा के लिए 2024 का रास्ता कठिन हो जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी के हमले के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बिना नाम लिये करारा हमला किया। कहा, अन्य राज्यों में क्या हो रहा है, किस तरह सरकारें गिराई जा रही हैं, कैसे विधायकों को तोड़ा जा रहा है, वह क्या है? क्या वह भ्रष्टाचार नहीं है। इसी के साथ नीतीश कुमार ने भी साफ कर दिया कि वे प्रधानमंत्री मोदी के साथ राजनीतिक अखाड़े में दो-दो हाथ करने को तैयार हैं।
इस बीच पटना में जदयू कार्यालय में लगी नई होर्डिंग राष्ट्रीय चर्चा का विषय बन गई है। इनमें सीधे प्रधानमंत्री को निशाने पर लिया गया है। एक नारा है-जुमला नहीं, हकीकत। जाहिर है यह प्रधानमंत्री मोदी को ही सीधे निशाने पर लिया गया है।
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