बिहारशरीफ की सफाई के दावे को आईना दिखाती सच्चाई
बिहारशरीफ नगर निगम द्वारा बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं। बड़ी-बड़ी होर्डिंग शहरों के मुख्य मुख्य मार्गों पर देखने को मिल जाएंगी। पर, हकीकत कुछ और है।
संजय कुमार
बिहारशरीफ के प्रमुख चौराहों में से एक है हॉस्पिटल चौराहा। इस चौराहा से आम जनता से लेकर जिले के वरीय पदाधिकारियों का आना जाना लगा रहता है। यहीं पर है बिहार शरीफ टाउन हॉल। और टाउन हॉल के बगल में है, नेताओं के धरना के लिए बना एक लखा चबूतरा।
इस चबूतरा के ठीक बगल में ही नगर निगम द्वारा एक पोल होर्डिंग लगाने के लिए खड़ा किया गया है। जिस पर नगर निगम का एक बहुत बड़ी होर्डिंग लगी हुई है, जिस पर मोटे मोटे अक्षरों में लिखा हैं, गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें, मोबाइल नंबर दर्ज करें, यदि कहीं कचरा हो तो तस्वीर सहित अपलोड करें, आपकी शिकायत के निवारण हेतु उचित रेटिंग दें।
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स्वस्थ बिहारशरीफ, सुंदर बिहारशरीफ का स्लोगन भी लिखा हुआ है होङिंग पर। यह भी लिखा हुआ है कि बिहारशरीफ नगर निगम स्वच्छ सर्वेक्षण 2021। होर्डिंग पर दो डब्बा नुमा बॉक्स बना हुआ है, जिस पर एक पर लिखा हुआ है सूखा कचरा नीला डिब्बा, दूसरे पर लिखा हुआ है गीला कचरा नीला डिब्बा।
साथ ही यह भी अंकित है कि आप सभी से अपील है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में अधिक से अधिक संख्या में भाग लें। बोर्ड पर अंकित एक एक शब्दों को लोग गौर से पढ़ते हैं और यह समझ बनती हैं कि बिहार शरीफ नगर निगम हम लोगों के लिए शहर को सुंदर बनाने की कवायद कर रही है।
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नगर निगम शहर को बहुत ही सुंदर बनाएगा। परंतु नगर निगम के दावों को खुद एक लखा धरना स्थल के ठीक बगल में फैले कूड़े कचरे के अंबार को देखकर लोग हकीकत खुद समझ रहे हैं कि नगर निगम बिहारशरीफ शहर के लोगों को झांसा ही देने का काम कर रही है। सफाई ना के बराबर दिख रही है। यहीं पर एक जल स्टैंड टंकी है। इस टंकी के चारों ओर बिखरे गंदगी को देख लोग स्वयं अनुमान लगा लेते हैं कि कैसे लोग इस जल का उपयोग पीने के लिए करें।
हां, इस पानी टंकी का उपयोग सड़कों को अतिक्रमण कर अपना ठेला लगा कर खाने-पीने का समान बेचने वाले लोग भरपूर उपयोग कर रहे हैं। आप स्वयं दोनों दृश्य को देखकर अनुमान लगा सकते हैं कि नगर निगम के कथनी और करनी में आसमान- जमीन का फर्क है।