बौद्ध धर्म अनुयायियों और BJP में विवाद, बौद्ध बोले वो झूठ बोल रहे

बौद्ध धर्म के अनुयायियों व भाजपा में नया विवाद। भाजपा ने कहा 22 संकल्प वामपंथियों की देन। हिंदुओं का अपमान है। बौद्ध बोले बाबा साहेब ने दिलाई थी प्रतिज्ञा।

बौद्ध धर्म के अनुयायियों और भाजपा में नया विवाद खड़ा हो गया है। दिल्ली में दशहरा के दिन 10 हजार लोगों ने बौद्ध धर्म अपनाया। इस दौरान 22 संकल्प लिये गए। इसमें आप की दिल्ली सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम भी शामिल थे। बौद्ध धर्म स्वीकार करते हुए जो संकल्प लिये गए उसमें यह भी शामिल था कि वे ब्रह्मा, विष्णु, महेश को नहीं मानते। हिंदू-देवी-देवताओं को नहीं मानते। अवतार की धारणा को नहीं मानते आदि।

इस पर भाजपा नेता शांत प्रकाश जाटवे ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि कोई हमारे देवी-देवता की आलोचना नहीं कर सकता। बुद्ध भी हिंदू ही थे। वे हिंदुओं के खिलाफ नहीं जा सकते। आंबेडकर ने सिर्फ पांच सकल्प की बात की थी। 22 संकल्प वामपंथियों का बनाया हुआ है।

इधर बिहार में धम्मप्रिय संतोष बहुजन ने कहा कि भाजपा नेता झूठ बोल रहे हैं। बाबा साहेब आंबेडकर ने जब 10 लाख लोगों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था, तब उन्होंने 22 प्रतिज्ञाएं कराई थीं। हिंदू धर्म छुआछूत, गैर बराबरी को मानता है, जबकि बुद्ध का धर्म समानता पर आधारित है। बाबा साहेब ब्राह्मणवाद के खिलाफ थे।

संतोष बहुजन ने कहा कि बाबा साहेब ने पंचशील की जगह 22 प्रतिज्ञाएं दिलाईं और कहा कि अगर इनका पालन किया, तो मांगनेवाले से देनेवाले बन जाएंगे। नहीं पालन किया, तो फिर वहीं के वहीं रह जाएंगे। 22 प्रतिज्ञाएं पंचशील का ही नया रूप है। इन 22 प्रतिज्ञाओं में 11 प्रतिज्ञाएं हिंदू धर्म छोड़ने के संबंध में थे तथा 11 प्रतिज्ञाएं बौद्ध धर्म अपनाने के बारे में थे।

उन्होंने कहा कि धर्म व्यक्तिगत चीज है। अगर हम राम को भगवान नहीं मानते हैं, तो यह हमारा व्यक्तिगत विचार है। इससे दूसरे को बुरा नहीं मानना चाहिए। भाजपा वाले झूठ बोल रहे हैं। हमें जो दवा ठीक करेगी, हम वही दवा लेंगे।

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By Editor