Breaking : यूपी में अकेले चुनाव लड़ेगा JDU, 18 को बैठक
यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने सहयोगी JDU को कोई सीट देने से इंकार कर दिया। अब जदयू यूपी में अकेले चुनाव लड़ेगा। 18 जनवरी को होगी बैठक।
जदयू ने बहुत पहले जता दिया था कि वह यूपी विधानसभा चुनाव में हिस्सेदारी चाहता है। भाजपा से बात करने के लिए केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को जिम्मेदारी भी दी गई थी, लेकिन भाजपा ने जदयू की एक नहीं सुनी। भाजपा ने जदयू को यूपी में कोई स्पेस देने से मना कर दिया। अब खबर है कि जदयू ने यूपी में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है।
यूपी की न्यूज एजेंसी भारत समाचार ने लखनऊ से खबर दी है कि यूपी विधानसभा चुनाव में जदयू ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगा। इस संबंध में जदयू री अति महत्वपूर्ण बैठक 18 जनवरी को होगी। उसी दिन प्रत्याशियों का पहली सूची भी जारी की जाएगा।
2017 में भी जदयू ने यूपी चुनाव में उतरने के लिए काफी तैयारी की थी, लेकिन अंतिम समय में भाजपा नेतृत्व के आग्रह पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यूपी में चुनाव लड़ने से पांव पीछे खींच लिया था।
इससे पहले जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा था कि सम्मानजनक सीटें नहीं मिलने पर पार्टी अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी। आज वही हुआ। अब पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी।
जदयू के चुनाव लड़ने से भाजपा का नुकसान होना तय है। खासकर पूर्वी यूपी में कुर्मी समुदाय के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लोकप्रियता से इनकार नहीं किया जा सकता। जदयू जीते या नहीं जीते, लेकिन इतना तय है कि उसे मिला हर वोट भाजपा के खाते से कट कर आएगा।
जदयू चाहता है कि उसे बिहार से बाहर भी पहचान मिले और राष्ट्रीय दल की मान्यता मिले। पार्टी का झारखंड और मणिपुर में आधार है। मणिपुर में पार्टी का चुनाव लड़ना तय है। इसके साथ ही जदयू नेतृत्व चाहता है कि यूपी में भी उसकी पहचान बने।
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