कैंसर में तब्दील जननांग के घाव का पारस कैंसर सेंटर में ऑपरेशन
पारस एचएमआरआई सुपर स्पेशिलिटी हाॅस्पिटल में एक महिला के गंभीर घाव का ऑपरेशन कर उसकी जान बचायी गयी। महिला मरीज के जननांग में घाव हो गया था।
पारस एचएमआरआई सुपर स्पेशिलिटी हाॅस्पिटल, राजा बाजार पटना में एक महिला के गंभीर घाव का ऑपरेशन कर उसकी जान बचायी गयी। पटना की एक 45 वर्षीय महिला को जननांग में घाव हो गया था। उसने कई डॉक्टरों से इलाज कराया। सभी ने कहा कि मधुमेह की वजह से घाव हुआ है। वो भी पिछले तीन-चार साल से यही मान इलाज कराती रही। लेकिन जख्म ठीक होने की बजाय बढ़ता गया।
जब कहीं इलाज नहीं हुआ, तब वो पिछले दिनों पारस एचएमआरआई अस्पताल में इलाज के लिए आयी। यहां डॉक्टर ने बायोप्सी टेस्ट कराया तो कैंसर निकला। ऐसे में महिला को कैंसर विभाग में रेफर कर दिया गया। वहां कई जांच हुए, जिसमें पता चला कि कैंसर बच्चेदानी, योनिमार्ग और जननांग में फैल चुका है। पेट और जांघ के बीच वक्षण क्षेत्र में भी कैंसर फैल गया था।
ऐसे में एक ही उपाय था, ऑपरेशन। ऑन्को सर्जन डॉ. आकांक्षा वाजपेयी के नेतृत्व में ऑपरेशन किया गया। इसमें बच्चेदानी ऑपरेट कर के निकाला गया। अब मरीज खतरे से बाहर है। उसे घर भेज दिया गया है। शेड्यूल के मुताबिक सेकांई हो रही है। ऑपरेशन के बाद पेट-सीटी जांच में कैंसर के अवयव नहीं मिले हैं।
डॉ. आकांक्षा ने बताया कि इस ऑपरेशन में प्लास्टिक सर्जन की भी मदद ली गई है। जननांग में घाव होने के कारण के बारे में डॉ. आकांक्षा कहती हैं कि कभी घाव हुआ होगा लेकिन मरीज ने ध्यान नहीं दिया और वह घाव कैंसर में तब्दील हो गया।
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इस ऑपरेशन में पारस कैंसर सेंटर के डॉ. नितिन कुमार (जीआई सर्जन), डॉ. तषबीहूल अजहर (आॅन्को सर्जन), डॉ. शब्बीर अहमद वारसी (प्लास्टिक एवं रीकन्स्ट्रक्शन सर्जरी) और डॉ. श्वेता (प्लास्टिक एवं रीकन्स्ट्रक्शन सर्जरी) का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। पारस कैंसर सेंटर में काफी अनुभवी डाॅक्टर हैं और यहां गंभीर से गंभीर मरीज का इलाज अच्छे से किया जाता है। लोगों को कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं है। पारस कैंसर सेंटर में सभी तरह की टेक्नाॅलोजी और उपकरण मौजूद हैं।
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