दो हजार करोड़ के सृजन घोटाला मामला में राजनीतिक रसूखदारों के दामन पर लगे धब्बे सीबीआई ने भांप लिया है. जल्द ही बड़ी राजनीतिक हस्तियों की गिरफ्तारी की संभावना है. इससे पहले जांचकर्ता एएसपी एसके मलिक दिल्ली मुख्यालय अधिकारियों से विमर्श करने पहुंचे हैं.
अगस्त के पहले हफ्ते में उजागर हुए सृजन घोटाले की जांच पिछले डेढ़ महीने से सीबीआई कर रही है. इस दौरान उसे कई अहम सुबूत और जानकारियां हाथ लगी हैं. इन सुबूतों के आधार पर सीबीआई कुछ और एफआईआर दर्ज करने की तैयारी में है.
सीबीआई से जुड़े सूत्र ने नौकरशाही डॉट कॉम को बताया है कि कम से कम दो बड़ी राजनीतिक हस्तियों की गिरफ्तारी की तैयारी है. साथ ही कम से कम दो आईएएस अफसरों पर भी उसकी नजर है. इन सब की गिरफ्तारी से पहले तकनीकी और कानूनी पहलुओं पर सीबीआई गौर कर रही है.
गौरतलब है कि सृजन घोटाला पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय से और नियमित रूप से चलने वाला घोटाला है जिसके तहत सरकार के विभिन्न विभागों के अरबों रुपये सृजन महिला विकास सहयोग समिति के खाते में डाले जाते रहे. फिर सृजन के खाते से ये पैसे अलग अलग लोगों, राजनीतिक रसूखदारों, अधिकारियों ने मिलकर बंदरबांट किया.
इस घटना के उजागर होने के बाद राज्य सरकार ने आर्थिक अपराध इकाई और निगरानी की टीम आनन फानन में भागलपुर भेजा. जांच के बाद कोई एक दर्जन एफआईआर की गयी और करीब 13 अधिकारियों, कर्मियों और दीगर लोगों को गिरफ्तार किया गया. चूंकि घोटाले का दायरा काफी बड़ा था इसलिए राज्य सरकार ने इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी.
उधर इस घोटाले के उजागर होने के बाद लालू प्रसाद व तेजस्वी यादव काफी आक्रामक हो गये. राजद यह मांग कर रहा है कि इस जांच की निगरानी सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट के जज से करवाई जाये.