इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में नहीं दिखेगी बिहार की झांकी
दीपक कुमार ठाकुर,ब्यूरो प्रमुख,बिहार
पटना: जनवरी महीने की शुरुआत के साथ ही गणतंत्र दिवस की तैयारी भी बड़ी जोरो शोरो से चल रही है.लेकिन इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में ‘जल जीवन हरियाली मिशन’ पर आधारित बिहार सरकार की झांकी के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है।
26 जनवरी की परेड में राजपथ पर बिहार राज्य का प्रतिनिधित्व नहीं होगा.प्रस्ताव के खारिज होने का मतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी में राजपथ पर भव्य गणतंत्र दिवस परेड में बिहार का प्रतिनिधित्व नहीं होगा. दरअसल दिल्ली स्थित बिहार सूचना केंद्र के सूत्रों ने बिहार की झांकी के प्रस्ताव के खारिज होने की पुष्टि की.
26 जनवरी की परेड में राजपथ पर बिहार राज्य का प्रतिनिधित्व नहीं होगा.प्रस्ताव के खारिज होने का मतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी में राजपथ पर भव्य गणतंत्र दिवस परेड में बिहार का प्रतिनिधित्व नहीं होगा. दरअसल दिल्ली स्थित बिहार सूचना केंद्र के सूत्रों ने बिहार की झांकी के प्रस्ताव के खारिज होने की पुष्टि की.
जरुरी मानक पूरे ना होने पर झांकी को मंजूरी नहीं
खारिज होने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रस्ताव को इस आधार पर स्वीकृति नहीं मिली क्योंकि इस राज्यों की झांकियों के चयन के लिए जरूरी मानकों को पूरा नहीं कर सकी.
‘जल-जीवन-हरियाली मिशन’ पर आधारित थी झांकी
दरअसल प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार ने राज्य में हरित क्षेत्र और भूजल स्तर को बढ़ावा देने के लिए अक्टूबर 2019 में ‘जल-जीवन-हरियाली मिशन’ की शुरुआत की थी. बिहार ने इसी थीम पर आधारित झांकी का प्रस्ताव दिया था.
उधर राष्ट्रीय जनता दल ने केंद्र सरकार के इस फैसले को अपमानजनक करार देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कड़ी आलोचना की है. उधर तेजस्वी यादव ने कहा है कि नीतीश 24 हजार 500 करोड़ रुपये जल जीवन हरियाली मिशन पर खर्च करके लूट खसोट में लगे हैं. उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ा स्कैम है.