चंपारण की गरीब महिलाओं ने एपी पाठक को क्यों कहा भाई हो तो ऐसा
चंपारण की गरीब महिलाओं ने एपी पाठक को क्यों कहा भाई हो तो ऐसा। भाजपा नेता और बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक एपी पाठक ने रक्षाबंधन के पूर्व संध्या बांटी साड़ियां।
भाजपा नेता और बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक एपी पाठक ने रक्षाबंधन के पूर्व संध्या पर अपनी मातृभूमि में दर्जनों जरूरतमंद महिलाओं के बीच बाबु धाम ट्रस्ट और भाजपा के बैनर तले साड़ियों का वितरण किया।
भाजपा नेता ने कहा कि रक्षाबंधन भाई और बहन की अटूट प्रेम को दर्शाती हैं। साड़ी पाकर गरीब महिलाओं ने कहा कि भाई हो तो ऐसा। वे साड़ी पाकर खुश थीं।
आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर “मेरी माटी मेरा देश “अभियान के अंतर्गत भाजपा नेता एपी पाठक ने अपनी देश की मिट्टी को समर्पित हमारी दलित और विधवा बहनें को अपनी सगी बहन मानते हुए रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर जरुरतमंद महिलाओं के बीच साड़ियों का वितरण किया और उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया।साथ ही उन्होंने उक्त महिलाओं को हर संभव सदैव मदद करते रहने का आश्वासन भी दिया।
आपको बताते चले के भाजपा नेता एपी पाठक अपने वाल्मिकीनगर लोकसभा के सघन जनसंपर्क अभियान पर है।और एपी पाठक दलितों,पिछड़े और सभी के घर जाकर जनसंपर्क कर रहे है और भाजपा की और मजबूत कर रहें है। इसी कड़ी में एपी पाठक जी पंडित दिन दयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के आदर्शों को मानते हुए गरीबों,दलितों,और जरूरतमंदों के घर जा रहे हैं और उनकी समस्याओं की समाधान कर रहें हैं।
यह सर्वविदित है कि एपी पाठक जी डेढ़ दशकों से अधिक समय से महिलाओं के विकास,उनके स्वावलंबन और उनकी कल्याण हेतु अपने बाबु धाम ट्रस्ट के माध्यम से लगातार काम करते आ रहे है। आज चंपारण के सारे युवाओं के नाम पर एपी पाठक के द्वारा किए गए महिला सम्मान और विकास कार्यों का बोलबाला है और इसी प्रयास को एपी पाठक सदैव जारी रखेंगे ताकि चंपारण समृद्ध हो और खुशहाल हो साथ ही महिलाएं स्वच्छंद रह यहां अपनी मिट्टी की सेवा कर देश और चंपारण को समृद्ध कर सके और यहां उनको सम्मान मिले और पूजा जाए।
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