छपरा की मेयर राखी गुप्ता बर्खास्त, जानिए क्या है कारण
छपरा की मेयर राखी गुप्ता बर्खास्त, जानिए क्या है कारण। राज्य निर्वाचन आयोग ने सुनाया फैसला। जिले की राजनीति गरमाई। जानिए क्यों गिरी गाज।
छपरा की मेयर राखी गुप्ता को राज्य निर्वाचन आयोग ने बरखास्त कर दिया है। उनका चुनाव अवैध घोषित कर दिया है। इस तरह वे मेयर पद खोने के अतिरिक्त वार्ड पार्षद भी नहीं रहीं। दरअसल उन्होंने चुनाव के लिए अपने हलफनामें में दो बच्चे होने की जानकारी दी थी। जबकि वास्तव में उनके तीन बच्चे हैं। एक बच्चे को उन्होंने अपने रिश्तेदार को दे दिया था, ताकि दो बच्चे ही बताया जा सके। नियम के अनुसार दो से ज्यादा बच्चे वाले चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।
जबकि नियम यह है कि अगर दो से ज्यादा बच्चे हैं और आपने अपने तीसरे या चौथे बच्चे को किसी को गोद दे दिया, तब भी दो बच्चे नहीं माने जाएंगे। गोद दिया बच्चा भी आपका ही माना जाएगा। इस नियम के अनुसार ही राज्य निर्वाचन आयोग ने राखी गुप्ता का चुनाव अवैध घोषित करते हुए उन्हें मेयर पद से बर्खास्त कर दिया। मेयर ने चुनावी हलफनामें में दो बच्चों का जिक्र किया था, जबकि छपरा रजिस्ट्री कचहरी से मिले कागजात के अनुसार राखी गुप्ता को तीन बच्चे हैं, जिसमे उन्होंने एक बच्चे को अपने निःसंतान रिश्तेदार को लिखित रूप से दे दिया था। जबकि नियम के अनुसार किसी को बच्चा गोद देने के बाद भी उसकी गिनती आपके बच्चे के रूप में ही होगी।
दरअसल पूर्व मेयर सुनीता देवी को यह जानकारी मिली की वर्तमान मेयर राखी गुप्ता के तीन बच्चे हैं और उन्होंने चुनाव लड़ने के लिए अपने एक बच्चे को रिश्तेदार को दे दिया। इसके बाद सुनीता देवी ने इस बात की शिकायत राज्य चुनाव आयोग की। राज्य चुनाव आयोग ने मामले की जांच की और अब गुरुवार को अपना फैसला सुना दिया। राज्य चुनाव आयोग के फैसले के बाद छपरा में सियासी हलचलतेज हो गई है। अब न सिर्फ नए मेयर का चुनाव होगा, बल्कि वार्ड पार्षद का भी चुनाव होगा। नए मेयर के लिए अभी से जोड़-तोड़ शुरू हो गई है।
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