CM आवास के सामने महिला के साथ पुलिस की उद्दंडता पर हंगामा
CM आवास के सामने महिला के साथ पुलिस अधिकारी के उद्दंड व्यवहार की बिहार ही नहीं देशभर में हो रही निंदा। दुष्कर्म पर सवाल करने पर पुलिस का दुर्व्यहार।
आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास के बाहर एक महिला मुलाकाती के साथ पुलिस अधिकारी के दुर्व्यवहार के बाद बिहार ही नहीं, देशभर में हंगामा हो गया। घटना का वीडियो घंटे भर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। महिला ने दुष्कर्म मामले पर सवाल किया तो थानेदार ने उंगली दिखाते हुए धमकाया। महिला हो महिला की तरह रहो। शिकायत करने गई महिला की बात सुनने के बजाय उसके साथ दुर्व्यवहार करते हुए गिरफ्तार भी कर लिया गया।
घटना पर राजद ने कहा-थाना प्रभारी CP गुप्ता आदतन अपराधी और महिला विरोधी है। पता नहीं इसने @NitishKumar को कौन सी सड़ी जुराब सूंघा रखी है जो बारंबार महिलाओं को प्रताड़ित करने के बावजूद इसे @bihar_police क्लीन चिट दे देती है। नीतीश जी, क्या यही गाँधी जी की शिक्षा है? आपका दोहरा चरित्र उजागर हो चुका है।
महिला राजद ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा-मासूम बच्ची के बलात्कार पर सवाल पूछने पर सरकार का पुलिस प्रशासन @yogitabhayana को कहता है- “महिला हो, महिला की तरह रहो” बलात्कारों की बाढ़ लाने के पीछे यही घृणित सोच है! CM नीतीश, क्या बिहार में महिलाएँ और बच्चियां सिर्फ बलात्कार पीड़ित बन कर रहें?
ये है वीडियो-
मासूम बच्ची के बलात्कार पर सवाल पूछने पर सरकार का पुलिस प्रशासन @yogitabhayana को कहता है-
— महिला प्रकोष्ठ, राजद (@Womencell_RJD) April 2, 2022
"महिला हो, महिला की तरह रहो"
बलात्कारों की बाढ़ लाने के पीछे यही घृणित सोच है!
CM नीतीश, क्या बिहार में महिलाएँ और बच्चियां सिर्फ बलात्कार पीड़ित बन कर रहें?@RJDforIndia @yuva_rajad pic.twitter.com/7pzcKvQH3H
आज सामाजिक कार्यकर्ता योगिता भयाना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुंची थीं। उनके साथ एक बच्ची के पिता भी थे, जिनकी बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ। फिर हत्या कर लाश को गाड़ दिया गया। बाद में लाश निकाली गई तो बच्ची की आंखें तक फोड़ दी गई थीं। इतनी भयावक घटना के बाद भी पुलिस की सुस्ती देख पिता नीतीश कुमार से मिलना चाहते थे। लेकिन उन्हें मिलने तो नहीं दिया गया, दुर्व्यवहार का शिकार होना पड़ा। बिहार में भाजपा-जदयू छोड़कर सभी दलों ने पीड़ित परिजन के साथ ऐसे व्यवहार की निंदा की है। देश भर के सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक-पत्रकार निंदा कर रहे हैं।
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