कोर्ट पहुंचा हलद्वानी के 4500 मुस्लिम परिवारों को उजाड़ने मामला
अतिक्रमण हटाने के नाम पर हलद्वानी के 4500 मुस्लिम परिवारों के घरों पर बुलडोजर चलाने का विरोध जारी। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। 5 जनवरी को सुनवाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र ने देश से वादा किया था कि 2022 तक हर गरीब को पक्का मकान दिया जाएगा। वो तो नहीं हुआ, पर भाजपा शासित उत्तराखंड के हलद्वानी में 4500 मुस्लिम परिवारों के घरों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी हो गई है। यहां रह रहे हजारों लोग पूछ रहे हैं कि इस भारी ठंड में उन्हें बेघर क्यों किया जा रहा है। वे पिछले कई दिनों से ठंड में भी सड़क पर विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें उजाड़ने से पहले बसाया जाए।
इस बीच कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के चेयरमैन इमरान प्रतापगढ़ी इन परिवारों को उजाड़ने के खिलाफ सोमवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के लिए पांच जनवरी की तारीख निर्धारित की है। प्रतापगढ़ी के साथ अधिवक्ता और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद भी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा-ज़िंदगी में पहली बार सुप्रीम कोर्ट आना हुआ है, हल्द्वानी के मज़लूमों का घर न उजड़ने पाये उसके इंसाफ़ के लिये हल्द्वानी के विधायक @SumitHridayesh प्रभारी @devendrayadvinc ने वरिष्ठ वकील @salman7khurshid जी के साथ आज सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है, हमें 5 जनवरी की डेट मिली है। प्रतापगढ़ी ने कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट पर भरोसा है और जरूर न्याय मिलेगा।
ज़िंदगी में पहली बार सुप्रीम कोर्ट आना हुआ है, हल्द्वानी के मज़लूमों का घर न उजड़ने पाये उसके इंसाफ़ के लिये हल्द्वानी के विधायक @SumitHridayesh प्रभारी @devendrayadvinc ने वरिष्ठ वकील @salman7khurshid जी के साथ आज सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है, हमें 5 जनवरी की डेट मिली है। pic.twitter.com/YGfRfEA4UE
— Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) January 2, 2023
मालूम हो कि हाईकोर्ट ने इल भूमि को अतिक्रमण-मुक्त करने का आदेश दिया है। रेलवे का कहना है कि यह जमीन उसकी है। प्रशासन ने सात दिन का समय दिया है, उसके बाद इनके घर ध्वस्त कर दिए जाएंगे। इधर, यहां बसे लोगों का कहना है कि वे पिछले 40 वर्षों से इस जमीन पर बसे हैं। किसी को भी बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए बेघर करना गलत होगा और इसका वे विरोध करेंगे।
इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि हल्द्वानी में रेलवे द्वारा अतिक्रमण हटाने के नाम पर बस्ती उजाड़ने की कार्यवाही होती है तो 4365 घर, दूर्गा माता का 50 वर्ष पुराना मन्दिर,साहू धर्मशाला, 70 वर्ष पुराना शिवगोपाल मन्दिर,लगभग 8 से 10 मस्जिदें, दो राजकीय इण्टर कॉलेज,दो प्राथमिक विद्यालय (एक ब्रिटिश कालीन),एक जूनियर हाई स्कूल,आधा दर्जन निजी विद्यालय,एक प्राथमिक चिकित्सालय, 1970 के दशक की सीवर लाइन, कांग्रेस सरकार में वर्ष 2000 में निर्मित वर्तमान भाजपा शासित नगर निगम का सामुदायिक भवन व एक ओवरहेड टैंक उजड़ेगा।
जैन समुदाय के समर्थन में कूदे मुसलमान