दहशत फैलाने के लिए अपराधियों ने बेगूसराय में की फायरिंग : SP
बेगूसराय में अंधाधुंध फायरिंग करनेवाले चारों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसपी ने प्रेस को बताया कि जांच जारी है। कुछ और गिरफ्तारियां होंगी।
बेगूसराय से शिवानंद गिरि
बेगूसराय गोलीकांड में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार लोगों में केशव, सुमित, चुनचुन और युवराज हैं। इसके अलावे कुछ लोगों का नाम इस केस में आया है, जिसकी गिरफ्तारी की जायेगी। इन लोगों के पास से दो पिस्टल और गोली बरामद हुआ है। इनलोगों का कपड़ा भी बरामद हो चुका है जो ये लोग घटना के दिन पहने थे। घटना में प्रयुक्त की गई मोटरसाइकिल भी पुलिस ने बरामद कर ली हैl उक्त बातें शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बेगूसराय के पुलिस कप्तान योगेंद्र कुमार ने संवाददाताओं से कहीं। उन्होंने कहा कि पटना के पीछे दहशत फैलाना का इन लोगों की मंशा थी। घटना का मास्टरमाइंड केशव है जो घटना में शामिल नहीं था, लेकिन साजिश और अपराधियों के संपर्क में था। इसमें से कई पहले भी जेल जा चुके हैं।
22 जगहों पर सीसीटीवी फुटेज की जांच से पता चला कि दो बाइक पर चार लोगों ने सवार होकर गोलीबारी की। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने षड्यंत्र रचने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि फ़िलहाल मामला अनुसंधान के क्रम में है. मामले में और ज्यादा जानकरी जुटाई जा रही है. कहा कि गिरफ्त में आए लोगों के खिलाफ पहले से आपराधिक मामला दर्ज है. आरक्षी अधीक्षक ने बताया की सबसे पहले चुनचुन को गिरफ्तार किया गया और चुनचुन की निशानदेही पर सुमित को गिरफ्तार किया गया। इन लोगों के पास से दो पिस्टल और 5 गोलियां बरामद हुई हैं। पुलिस ने कपड़े भी बरामद कर लिए हैं। घटना में प्रयोग में लाए गए मोबाइल को बरामद कर लिया गया है। आरक्षी अधीक्षक ने आगे बताया के पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर बीहट के चुनचुन और केशव की गिरफ्तारी की गई जिसने इस पूरी साजिश में अहम भूमिका निभाई है। एसपी के अनुसार चुनचुन पर 6 संगीन मामले दर्ज हैं जबकि केशव पर दो मामले दर्ज हैं। इसी तरह सुमित पर भी एक मामला दर्ज है। उन्होंने बताया कि लाइनर में अन्य लोग शामिल हो सकते हैं जिनकी गिरफ्तारी बाद में की जाएगी। एक अन्य मोटरसाइकिल पर सवार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है।
पुलिस कप्तान का कहना है डीआईजी बेगूसराय और एसपी बेगूसराय के निर्देश पर चार स्पेशल टीम इस घटना के उद्भेदन में लगाई गई थी इसके अलावा आर्थिक अपराध शाखा की टीम, एसटीएफ सहित कई विभागों के पुलिसकर्मियों का सहयोग सराहनीय रहा।साथ साथ हैं आसपास के जिलों के टीम के पुलिस कप्तानों ने काफी सहयोग किया जिससे इस केस के उद्भेदन में सहूलियत हुई।पुलिस का कहना है कि फुटेज और मोबाइल सर्विलांस के आधार पर इन सबों की गिरफ्तारी हुई है इसलिए कोई लेकिन परंतु की बात ही नहीं है।
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