दिल्ली बाद हिमाचल में BJP का किला ध्वस्त, गुजरात में बची लाज
दिल्ली एमसीडी चुनाव के बाद हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी BJP का किला ध्वस्त हो गया। गुजरात में बची प्रधानमंत्री मोदी की लाज।
दो दिनों में तीन चुनाव परिणाम आए। बुधवार को दिल्ली एमसीडी का चुनाव परिणाम आया। उसमें पिछले 15 वर्षों से सत्ता पर काबिज भाजपा को आप ने बेदखल कर दिया। अब गुरुवार को दो राज्यों के चुनाव परिणाम आए। हिमाचल में भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा। गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लाज बची। गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतनी रैलियां की, जितनी आज से पहले किसी प्रधानमंत्री ने एक प्रदेश में रैलियां और रोड शो नहीं किए होंगे।
खबर लिखे जाने तक गुजरात में भाजपा 157 सीटों पर आगे चल रही थी। कांग्रेस को भारी नुकसान हुआ है। यहां उसे 17 सीटों पर बढ़त बनाए हैं। आप पांच सीटों आगे है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस बहुमत से आगे 40 सीटों पर आगे चल रही थी। यहां भाजपा को ही नहीं, खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को झटका लगा है। यहां प्रधानमंत्री ने खुद अपने नाम पर वोट मांगा था। यहां भाजपा 25 सीटों पर आगे चल रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भाजपा से सवाल किया कि प्रधानमंत्री ने अपनी प्रतिष्ठा के लिए वोट मांगा था। विद्रोही उम्मीदवार को खुद फोन करके बैठ जाने को कहा। इसके बावजूद भाजपा बुरी तरह हार गई। इस हार के लिए भाजपा किसे जिम्मेदार मानती है। कांग्रेस प्रवक्ता के इस सवाल का जवाब भाजपा प्रवक्ता टेने से कतराते रहे।
हालांकि टीवी चैनल केवल मोदी-मोदी कर रहे हैं और हिमाचल के संदेश पर चर्चा करने से बच रहे हैं। लेकिन स्पष्ट है कि हिमाचल में महंगाई, बेरोजगारी, अग्निवीर जैसे जनता के मुद्दे को जनता ने आगे बढ़ाया।
इस तरह देश की राजनीति एक तरफा नहीं है। दिल्ली एमसीडी और हिमाचल में भाजपा के किले ध्वस्त होने का संदेश साफ है कि आनेवाले दिनों में जनता के मुद्दे पर तीखा संघर्ष होगा। विपक्ष का हौसला बढ़ा है और इसका असर आने वाले दिनों में दिखेगा।
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