दिल्ली में किसान संसद, बोले- सरकार की नीयत ठीक नहीं
दिल्ली के जंतर-मंतर पर आज संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान संसद लगाई। स्पीकर का चुनाव किया। किसान नेता कह रहे सरकार की नीयत ठीक नहीं।
आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर एक तरफ किसान संसद लगाए बैठे हैं, दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस लाठियों और आंसू गैस के गोलों से लैस मुस्तैद खड़ी है। किसान भी अड़े हैं कि जबतक संसद चलेगी, उनकी समानांतर संसद भी चलती रहेगी। तीन कृषि कानून के खिलाफ समानांतर संसद में सबसे पहले स्पीकर का चुनाव किया किया। फिर एक-एक करके किसान नेता मोदी सरकार द्वारा लाए तीन कृषि कानून की खामियां गिना रहे हैं।
किसान संसद स्थल पर आंदोलनकारी किसानों के प्रति समर्थन जाहिर करने के लिए केरल के 20 सांसद भी पहुंचे। उन्होंने किसान आंदोलन का पुरजोर समर्थन किया। किसानों के मंच पर किसी राजनीतिक दल के नेता को नहीं बुलाया जाता, इसलिए ये सभी सांसद आंदोलनकारियों के बीच ही बैठे।
किसान एकता मोर्चा ने जी न्यूज की कड़ी आलोचना की। जी न्यूज पर दिखाई जा रही खबर को ट्वीट किया, जिसकी हेडिंग है- अगर हिंसा हुई, तो जिम्मेवारी कौन लेगा, फिर टकराव की राह पर किसान। किसान कह रहे हैं कि चैनल भड़काऊ खबर दिखाना बंद करे।
उधर, राहुल गांधी के नेतृत्व में अनेक दलों के सांसदों ने किसान आंदोलन के समर्थन में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने खड़े होकर विरोध जताया। सांसद एक लंबा बैनर पकड़े हुए थे, जिसपर लिखा था-हम किसान विरोधी कानून को निरस्त करने कीं मांग करते हैं। कई सांसद तख्तियां लिये थे- किसान बचाओ, देश बचाओ। इस बीच सोशल मीडिया पर फार्मर्स पार्लियामेंट लगातार ट्रेंड करता रहा। राहुल गांधी ने संसद में प्रदर्शन करते हुए तस्वीर के साथ ट्वीट किया-वे असत्य, अन्याय, अहंकार पर अड़े हैं, हम सत्याग्रही, निर्भय, एकजुट यहां खड़े हैं। जय किसान।
भास्कर का जवाब, कहा- मैं स्वतंत्र हूं, क्योंकि मैं भास्कर हूं
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा-किसान संसद तीन कृषि कानून को रद्द करती है।