देश में पहली बार, CM ने पूछा बापू का हत्यारा कौन, गूंजा हॉल RSS

बिहार की माटी कुछ अलग है। देश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने पूछा कि बापू का हत्यारा कौन है, तो पूरा हॉल गूंज उठा RSS-RSS। जय हो बिहार, बिहार की जय..।

कुमार अनिल

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जेपी जयंती पर पटना के बापू सभागार में कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। सभा में पांच हजार से ज्यादा लोग थे। उन्होंने भाषण देते हुए पूछा कि बापू का हत्यारा कौन है? तुरत ही पूरा हॉल गूंज उठा- आरएसएस-आरएसएस। देश में पहली बार ऐसा हुआ, जब किसी कार्यक्रम में किसी मुख्यमंत्री ने ऐसा सवाल किया और जवाब भी सौ फीसदी सही। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आरएसएस से अलर्ट रहिए।

मुख्यमंत्री के सवाल का जवाब बताता है कि बिहार क्यों सबसे अलग है। बिहार को राजनीतिक रूप से सजग भी माना जाता है। यह एक बार फिर साबित हुआ। पब्लिक के जवाब में बिहार की माटी का भिन्न होना तो है ही, नीतीश कुमार की धर्मनिरपेक्ष छवि पर भी मुहर है। इस जवाब में उस प्रश्न का उत्तर भी है कि राम मंदिर, रोज-रोज हिंदू-मुस्लिम में नफरत के बावजूद भाजपा का बिहार में सपना पूरा क्यों नहीं हुआ। वह आज तक अपने बल पर सत्ता के करीब कभी नहीं पहुंच सकी।

बिहार के पड़ोसी प्रदेश यूपी में कभी नमाज का लाउडस्पीकर मुद्दा बन जाता है, तो कभी बुलडोजर राज का नारा लगने लगता है। चुनाव में 80-20 के नाम पर सांप्रदायिक विभाजन किया जाता है। खुलेआम धर्म विशेष के लोगों के खिलाफ हिंसा की वकालत की जाती है। अभी दिल्ली में भाजपा के सांसद ने समुदाय विशेष के बहिष्कार का आह्वान किया। कहा कि उनसे सब्जी मत खरीदो। इस पर तेजस्वी यादव ने ही जवाब दिया कि मुसलमानों से सब्जी नहीं खरीदोगे, क्या पेट्रोल भी नहीं खरीदोगे। पेट्रोल तो मुस्लिम देशों से आता है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सवाल के जवाब में जिस तरह पूरा हॉल आरएसएस-आरएसएस से गूंज उठा, उससे यह भी साबित होता है कि नीतीश कुमार की धर्मनिरपेक्ष छवि बरकरार है। कई राजनीतिक विशेषज्ञ मानते रहे हैं कि नीतीश का सामाजिक आधार विचार के तौर पर भाजपाई हो गया है। उन राजनीति विशेषज्ञों के मत को भी कल पटना की सभा ने खारिज कर दिया।

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