कृषि, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने आज कहा कि राज्य के हर जिले में डेयरी के विकास की संभावनाओं को तलाशा जाएगा और उसके अनुसार डेयरी का विकास कर किसानों तथा पशुपालकों को पूरा लाभ दिया जाएगा।
श्री कुमार ने औरंगाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि राज्य और केंद्र सरकार किसानों तथा पशुपालकों के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। बिहार के बने दुग्ध उत्पाद आज देश के दूरदराज के हिस्सों में भी जा रहे हैं जिसका सीधा लाभ किसानों और पशुपालकों को मिल रहा है। उन्होंने किसानों के हित में बनी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के किसानों के लिए 300 रुपये प्रतिमाह पेंशन की योजना बनाई गई है। साथ ही किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को प्रतिवर्ष छह हज़ार रुपये दिए जाने की भी योजना है। इससे देश के 14.50 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा। इसी तरह किसान सम्मान निधि योजना में 86 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
मंत्री ने किसानों के हित में उठाए जा रहे कदमों का जिक्र करते हुए जल संरक्षण पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि खेत का पानी खेत में, घर का पानी घर में – इस प्रकार की एक जागरूकता योजना चलाई जा रही है जिसके तहत लोगों को जल संरक्षण करने के लिए जागरूक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य भी वाटर हार्वेस्टिंग जैसी तकनीकों को बढ़ावा देकर जल संकट से निजात पाना है। कार्यक्रम को सांसद सुशील कुमार सिंह, सांसद महाबली सिंह एवं विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह समेत अन्य लोगों ने भी संबोधित किया।