दिल्ली में ‘बिहार’ हो गया, सदन में सांसदों से हाथापाई
बिहार 23 मार्च नहीं भूल सकता। विधानसभा के भीतर विधायकों को लात-घूंसों से पुलिस ने पीटा गया था। अब राज्यसभा में सदस्यों के साथ मार्शल ने की हाथापाई।
कहते हैं बिहार देश को रास्ता दिखाता है। कल यह कहावत बेहद नकारात्मक ढंग से संसद में सिद्ध हुई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मार्शल और सादे लिबास में बाहरी लोगों ने संसद सदस्यों के साथ बदतमीजी की, हाथापाई की और चेन बनाकर विपक्षी सांसदों को विरोध करने से रोका। राहुल गांधी ने यहां तक कहा कि संसद सदस्यों को पीटा गया। इसी वर्ष 23 मार्च को बिहार विधानसभा के भीतर विधायकों को लात-घूंसों से पुलिस ने पीटा था। पीटनेवालों में सादे लिबास में भी लोग थे। महिला विधायक की साड़ी भी अस्त-व्यस्त हो गई थी। इस मामले में सिर्फ दो सिपाहियों पर कार्रवाई हुई।
आज राहुल गांधी ने पत्रकारों से कहा कि संसद के भीतर देश की 60 फीसदी आबादी की आवाज को दबाया गया। यह लोकतंत्र की हत्या है। घटना के खिलाफ विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद परिसर में प्रदर्शन भी किया।
एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा कि सांसदों के साथ हाथापाई की गई। इसके लिए बाहर से 40 महिला-पुरुषों को सदन के भीतर लाया गया। शिव सेना के संजय राउत ने भी महिला सांसदों के साथ दुर्व्यवहार का मुद्दा उठाया।
इस बीच एनडीटीवी ने ट्वीट करके सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बताया कि किस प्रकार सांसदों के साथ मार्शल हाथापाई कर रहे हैं।
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इस बीच खबर आ रही है कि 20 अगस्त को सोनिया गांधी ने देश के सभी विपक्षी दलों को काने पर बुलाया है, जिसमें मोदी सरकार के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन कड़ा करने पर विचार होगा। शिव सेना के संजय राउत ने कहा कि इसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बी शामिल होंगे। ममता बनर्जी के भी इसमें शामिल होने की सूचना है। स्पष्ट है, सदन के इस कार्यकाल में जिस तरह विपक्ष की पेगासस, महंगाई और किसान आंदोलन पर चर्चा कराने की मांग को सरकार ने ठुकरा दिया, उसके बाद अब लड़ाई सडक पर छिड़ने जा रही है।
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