दूर निशाना : JDU 9 अप्रैल को मनाएगा सम्राट अशोक की जयंती
इसे आप दूर का निशाना या लंबी चाल भी कह सकते हैं। JDU 9 अप्रैल को सम्राट अशोक की जयंती मनाएगा। भव्य तरीके से। उपेंद्र कुशवाहा ने किया एलान।
कुमार अनिल
जदयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने अपने नए एलान से कई दलों और कई नेताओं की परेशानी बढ़ा दी है। आज उन्होंने पटना में जदयू कार्यालय में एलान किया कि पार्टी 9 अप्रैल को महान शासक सम्राट अशोक की जयंती मनाएगी। सम्राट अशोक महान सासक के साथ ही दुनिया भर में बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए भी जाने जाते हैं। बौद्ध धर्म ब्राह्मण धर्म के कर्मकांड को, स्वर्ग-नरक और भाग्य को नहीं मानता। वहां ईश्वर की भी उस तरह कोई कल्पना नहीं है, जिस तरह अन्य धर्मों में है, लेकिन जदयू के इस कार्यक्रम में अशोक के इस पहलू पर शायद ही जोर दिया जाए। जोर कहां होगा?
हर जाति अपना एक प्रतीक पुरुष चुनती है। इस पर बहस हो सकती है कि कुशवाहा समाज का सम्राट अशोक से किस प्रकार संबंध है, लेकिन यह सच है कि कुशवाहा समाज का अच्छा हिस्सा सम्राट अशोक को अपना पूर्वज मानने लगा है। उपेंद्र कुशवाहा इसी भावना को आगे बढ़ाते हुए पूरे कुशवाहा समाज की गोलबंदी करना चाहेंगे। उनके साथ आज प्रेस वार्ता में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा भी थे।
भाजपा के लिए थोड़ी परेशानी है। समय आने पर वह भी अशोक की जयंती मना सकती है, लेकिन उसी तरह जैसे वह गांधी जयंती पर गांधी को याद करती है। भाजपा के हिंदुत्व में महान अशोक पूरी तरह फिट नहीं बैठते। अब अगर उपेंद्र कुशवाहा सम्राट अशोक की विरासत को कुशवाहा समाज की एकता का माध्यम बना पाने में सफल होते हैं, तो स्वाभानविक है कि इस समाज के नेता वे ही माने जाएंगे। जाहिर है इससे भाजपा के हिंदुत्व के लिए एक नई चुनौती आनेवाली है।
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