मेरे पिता की तस्वीर पर चढ़ाए फूलों को जूतों से रौंदा गया : चिराग

मेरे पिता की तस्वीर पर चढ़ाए फूलों को जूतों से रौंदा गया : चिराग

चिराग पासवान ने कार्यकर्ताओं से भावुक अपील की। कहा, उनके पिता की तस्वीर पर चढ़ाई माला को जूते-चप्पलों से रौंदा गया। हजारों लोगों ने खाना तक न खाया।

आज लोजपा अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर खूब बरसे। कहा, राज्य में लगातार हत्याएं हो रही हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जवाब देना होगा। उन्होंने 14 अप्रैल को पटना में विशाल रैली करने की घोषणा भी की।

चिराग पासवान आज प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। वे नीतीश कुमार पर तो खूब बरसे, लेकिन भाजपा का नाम लेने से परहेज किया। कहा कि बिहार की सत्ता में जो लोग खामोश बैठे हैं, उन्हें भी जवाब देना होगा। उनका इशारा भाजपा की तरफ था।

चिराग पासवान ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली में उनके पिता का आवास खाली कराया गया वह कहीं से उचित नहीं था। उन्होंने भावुक शब्दों में कहा कि उनके पिता स्व. रामबिवास पासवान की तस्वीर को सड़क पर फेंक दिया गया। चित्र शीशे से मढ़ा था। शीशे को तोड़ दिया गया। यहां तक कि चित्र पर जो फूल-माला चढ़ाई गई थी, उसे जूते-चप्पलों से रौंदा गया। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद हजारों लोगों ने खाना तक नहीं खाया। जो लोग महापुरुषों का अपमान करके खामोश हैं, उन्हें भी जवाब देना होगा। यहां फिर उनका इशारा भाजपा नेतृत्व की तरफ था। इस इशारे को समझकर कार्यकर्ताओं ने ताली बजा कर सहमति जताई।

चिराग पासवान ने 14 अप्रैल को पटना के मिलर स्कूल ग्राउंड में रैली करने की भी घोषणा की साथ ही उस रैली का एजेंडा भी साफ कर दिया। कहा, जो लोग यह समझते हैं कि महापुरुषों का अपमान करके वे निश्चिंत रहेंगे, महापुरुषों का अपमान करते रहेंगे, उनसे जवाब मांगा जाएगा।

राज्य कार्यकारिणी की बैठक में सभी जिलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। अब देखना है कि 14 अप्रैल को चिराग पासवान सीधे बाजपा के खिलाफ मोर्चा खोलते हैं या इशारों में ही हमला करेंगे।

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