महिला दिवस पर दिल्ली विवि से हटाई गई दलित बेटी डॉ रितु ने आज फिर अपनी आवाज उठाई। आज कांग्रेस के कई दिग्गज नेता डॉ. रितु के समर्थन में पहुंचे। महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा खुद भी दिल्ली विवि छात्र संघ की अध्यक्ष रह चुकी हैं। वे आज डॉ रितु के समर्थन में पहुंची। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दलित वर्ग से संबंध रखने वाली एक PhD स्कॉलर डॉ. रितु सिंह, मजबूरी में PM मोदी द्वारा सुझाए गए रोज़गार-पकौड़े बेचने का काम कर रही हैं लेकिन गृहमंत्री अमित शाह की दिल्ली पुलिस ने इस पर भी रोक लगा दी और डॉ. रितु के खिलाफ़ मामला दर्ज कर लिया। यही है मोदी सरकार का युवा प्रतिभा को सम्मान? उन्होंने कहा कि एक तरफ BJP के अपराधी बेटे हैं जिनके खिलाफ FIR नहीं होती। दूसरी तरफ भारत की एक पढ़ी-लिखी दलित बेटी रितु सिंह हैं, जिनके साथ अन्याय हुआ है, वो न्याय मांग रही है। उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। वो अपनी जीविका के लिए पकौड़े बेच रही हैं, लेकिन उनके ऊपर FIR दर्ज कर दी गई।
कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रीया श्रीनेत और पवन खेड़ा भी समर्थन जताने पहुंचे। कांग्रेस के डॉ. उदित राज ने कहा दिल्ली यूनिवर्सिटी के दौलत राम कॉलेज में हुए भेद भाव के कारण डॉ ऋतु को असिस्टेंट प्रोफेसर पोस्ट से निकाला गया था । प्रिंसिपल के ख़िलाफ़ कोई कार्यवाही अभी तक नही हुई । दिल्ली यूनिवर्सिटी RSS का गढ़ बन गया है और जो SC/ST/OBC योग्य व स्वाभिमानी होता है उसके साथ ऐसा किया जाता है। प्रतिकार के तौर पर क्रांतिकारी डॉ ऋतु पकौड़ा का ठेला लगाया ।
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डॉ. रितु सिंह ने एक्स पर लिखा-@AmitShah जी यह आप करवा रहे हैं? दलितों ने क्या बिगाड़ा है आपका कि आप उन्हें दो वक्त का खाना भी खाने नहीं दे रहे, मान सम्मान से जीने भी नहीं दे रहे। एक क्रिमिनल प्रिंसिपल दौलात राम कॉलेज, DELHI UNIVERSITY जिसके ऊपर चार्जशीट दर्ज है, दिल्ली पुलिस द्वारा उसे प्रोटेक्ट कर रहे हैं?? क्या बहुजन समाज जान सकता है की आपको यह लगता है हमारे वोट की आपको कोई जरूरत नहीं, वोट तो आपको EVM देगी? मैं झूठ फरेब से डरने वाली नहीं हूं। मैं अंबेडकर की बच्ची हूं, बेखौफ लड़ने वाली हूं। क्या जानबूझकर यह षड्यंत्र रचा जा रहा है ताकि हम सब मानसिक रूप से प्रताड़ित होकर कोई गलत कदम उठाए? लेकिन आपकी सोच से भी परे हमारी हिम्मत, हमारा जज्बा है। आप जितना जुल्म करोगे हम उतना निखार कर आएंगे। मुझे गुलामी मंजूर नहीं है, गुलामी की बेडिया तोड़कर बाबासाहेब ने हमारे हाथों में किताब पकड़ाई, इस किताब का असर है कि आज लोकतंत्र में लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ रही हूं।@NavbharatTimes आपका शुक्रिया प्लीज यह भी जरूर छापना, दिल्ली विश्वविद्यालय की दौलत राम कॉलेज की प्रिंसिपल के खिलाफ chargesheet हो चुकी है और यही पुलिस उसे अरेस्ट नहीं कर रही।