कोई पूजा कर रहा हो, नमाज पढ़ रहा हो या प्रेयर कर रहा हो, उस समय अगर कोई पुलिस वाला लात मारे, इसकी कल्पना नहीं की जा सकती थी, लेकिन अब वह भी हो गया। दिल्ली का एक वीडियो वायरल है, जिसमें पुलिसवाला नामज पढ़ रहे लोगों को लात से मार रहा है। वीडियो सामने आने के बाद देश भर में विरोध हो रहा है। तमाम सामाजिक और राजनीतिक संगठन, विभिन्न दलों के नेता दिल्ली पुलिस वाले की इस हरकत का विरोध कर रहे हैं।

जुमे के दिन ज्यादा संख्या होने के कारण मस्जिद में जगह कम पड़ जाती है। ऐसे में लोग मस्जिद के सामने सड़क पर भी नमाज पढ़ते हैं। उसी तरह जैसे सड़क किनारे दो दिन के लिए दुर्गा पूजा या गणेश पूजा होती है। किसी को इसमें कोई एतराज नहीं होता, लेकिन वह दुल्ली पुलिस का जवान लगता है, नफरत से भरा है।

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए तंज कसा है। लिखा- अमित शाह की दिल्ली पुलिस का motto है शांति, सेवा और न्याय। पूरी शिद्दत से काम पर हैं। कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने भी वह वीडियो शेयर करते हुए विरोध किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा- नमाज़ पढ़ते हुए व्यक्ति को लात मारता हुआ ये @DelhiPolice का जवान शायद इंसानियत के बुनियादी उसूल नहीं समझता, ये कौन सी नफ़रत है जो इस जवान के दिल में भरी है, दिल्ली पुलिस से अनुरोध है कि इस जवान के खिलाफ़ उचित धाराओं में मुक़दमा दर्ज करिये और इसकी सेवा समाप्त करिये।

सोशल मीडिया पर #दिल्ली_पुलिस_शर्म_करो लगातार ट्रेंड कर रहा है। पत्रकार रवीश कुमार ने लिखा-ये बिल्कुल शर्मनाक है। पुलिस के भीतर भी राजनीति का यह ज़हर पहुँच गया है। केवल कार्रवाई काफ़ी नहीं है, पुलिस के भीतर सांप्रदायिकता के किसी भी रूप को मिटाने का प्रयास होना चाहिए। हम कहाँ आ गए हैं । इस नफ़रत को राज्य और मीडिया का संरक्षण मिल चुका है। इसलिए इस नफ़रत से लड़ना असंभव होता जा रहा है। दिल्ली पुलिस की ऐसी छवि कभी नहीं थी।

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By Editor