गोदी मीडिया का झूठ, ED से डर सोरेन लापता, जानिए सच्चाई
गोदी मीडिया का झूठ, ED से डर सोरेन लापता, जानिए सच्चाई। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के घर पहुंची ईडी की टीम। गोदी मीडिया के झूठ के पीछे बड़ी साजिश।
ED की टीम सोमवरा को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के घर पहुंची। वहां मुख्यमंत्री नहीं मिले। इसके बाद गोदी मीडिया सूत्रों के हवाले से ब्रेकिंग न्यूज चलाने लगा कि मुख्यमंत्री लापता हो गए हैं। वे कहां चले गए किसी को पता नहीं। पूरी खबर इस तरह पेश की गई जैसे हेमंत सोरेन कहीं भाग गए। उनकी छवि भगोड़ा के रूप में बनाई जाने लगी। जबकि हकीकच यह है कि हेमंत सोरेन ने पहले ही बता दिया है कि वे ईडी के सवालों का जवाब 31 जनवरी को देंगे। उस दिन वे ईडी के लिए उपलब्ध रहेंगे।
गोदी मीडिया ने हेमंत सोरेन के लापता होने, भाग जाने की खबर इसलिए उड़ाई ताकि उनकी प्रतिष्ठा समाज में कम हो। मामला कोर्ट में जाने से पहले ही उन्हें दोषी साबित करने की साजिश की गई, जैसा कि वह अनेक मामलों में कर चुका है। बॉलीवुड अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती, शाहरुख खान के बेटे सहित कई मामलों में मीडिया समाज के सामने लोगों की छवि खराब कर चुका है। ईडी की पूछताछ या उसकी गिरफ्तारी से ही कोई दोषी नहीं हो जाता। दोषी तो तब साबित होगा जब कोर्ट तथ्यों के आधार पर दोषी माने, लेकिन गोदी मीडिया ने हेमंत सोरेन की छवि बिगाड़ने में जुट गया है।
इस बीच पूरे रांची शहर में पुलिस अलर्ट दिखी। सत्ता के गलियारे में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की खबरें उड़ती रहीं। माना जा रहा है कि हेमंत को परेशान करना दरअसल लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी नेताओं को परेशान करने की योजना का हिस्सा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बिहार में पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और ममता बनर्जी के करीबी नेताओं पर छापे पड़ सकते हैं और इनकी गिरफ्तारी हो सकती है। हालांकि यह भी माना जा रहा है कि ईडी की गिरफ्तारी से इन नेताओं को सहानुभूति मिल सकती है और संभव है चुनाव में भाजपा को फायदा के बदले नुकसान हो जाए।
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