बिहार में शिक्षा विभाग के नए फरमान से एक बार फिर शिक्षक परेशान हैं। विभाग ने ईद के दिन भी शिक्षकों की ट्रेनिंग रख दी है। मुस्लिमों की प्रतिष्ठित संस्था इमारत-ए-शरिया ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिक्षा मंत्री तथा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिख कर ईद के दिन ट्रेनिंग नहीं रखने की अपील की है। इससे पहले होली में भी शिक्षकों की ट्रेनिंग रख दी गई थी, जिससे शिक्षकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी थी।
बिहार के शिक्षा विभाग ने 8 अप्रैल से 11 अप्रैल तक राज्य के 19000 शिक्षकों की आवासीय ट्रेनिंग रख दी है। ईद दस या 11 अप्रैल को होगी। मुस्लिम शिक्षक रोजे पर हैं। इस बीच इस नए आदेश से उनके लिए नई परेशानी खड़ी हो गई है। इमारत-ए-शरिया ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री तथा विभाग को लिखे पत्र में अनुरोध किया है कि आवासीय ट्रेनिंग की तारीख आगे बढ़ दी जाए, ताकि शिक्षकों को रोजा और ईद में परेशानी न हो।
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शिक्षा विभाग के इस नए फरमान पर कई अन्य सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों ने आपत्ति जताई है, तथा मांग की है कि आवासीय ट्रेनिंग की तारीख आगे बढ़ाई जाए। होली में भी ट्रेनिंग रख दी गई थी। तब छात्र तो नहीं पहुंचे, लेकिन शिक्षकों को स्कूल में पहुंचना पड़ा था। कई स्कूलों में हुड़दंगियों ने घुस कर शिक्षकों पर गोबर फेंके थे। शिक्षकों के साथ बदतमीजी की घटनाएं थीं। उससे सबक लेने के बजाय एक बार फिर से शिक्षा विभाग ने उसी तरह का फरमान जारी कर दिया है। विभिन्न संगठनों ने कहा कि बिहार का शिक्षा विभाग पूरी तरह असंवेदनशील है। उसे पर्व-त्योहारों तक का कोई ख्याल नहीं है। याद रहे बिहार सरकार ने पहले ही ईद के दिन छुट्टी घोषित कर दी है। इसके बावजूद छुट्टी के दिन ट्रेनिंग के नाम पर शिक्षकों को स्कूल में बुलाने का कोई तक समझ में नहीं आ रहा। संगठनों ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री शिक्षा विभाग के इस बेतुके फरमान को जल्द रद्द करेंगे।